हजारीबाग : NH 33 बाइपास सिंघानी चौक के समीप संचालित उत्कर्ष इंटर कालेज परिसर में 11 हजार के हाइटेंशन तार के चपेट में आने से एक निजी बिजली मिस्त्री राजकुमार प्रसाद पिता बसंत प्रसाद जबरा कोर्रा की मौत हो गई। वहीं बचाने के क्रम में इंटर कालेज के निदेशक राजन कुमार तथा उसके भाई रंजन कुमार भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
आनन- फानन में तीनों को उठाकर मेडिकल कालेज लाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच के बाद बिजली मिस्त्री को मृत घोषित कर दिया। वहीं रंजन कुमार और राजन कुमार का इलाज चल रहा है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि कालेज की छत से 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन तार गुजर रही है। संभावित खतरे को देखते हुए निदेशक के कहने पर निजी बिजली मिस्त्री तार से बचाव का उपाय कर रहा था।
इस बीच बिजली तार की चपेट में मिस्त्री आ गया। मिस्त्री को बचाने निदेशक राजन कुमार और रंजन कुमार दौड़ पड़े। इसी क्रम में वे दोनों भी चपेट में आ गए। मौके पर मौजूद अन्य शिक्षकों ने किसी तरह तार की चपेट से तीनों को अलग किया। जबतक मदद पहुंच पाती बिजली मिस्त्री की मौत हो गई थी। घटना के बाद कालेज में हड़कंप मच गयाञ वहां करीब दो सौ से अधिक छात्र कक्षा में थे। एकाएक तार की चपेट में आने के बाद जोरदार आवाज होने से लोग चौंक गए।
दहाड़े मार कर रो रही मां, अब कौन बनेगा सहारा
बिजली मिस्त्री राजकुमार अविवाहित थे और घर का कमाउ सदस्य भी थे। घटना की सूचना पर सैकड़ों लोग अस्पताल पहुंच गए । मौके पर मां भी अस्पताल पहुंची थी। बेटे के शव को देखते हीं वह दहाड़े मार कर रोने लगी। इस दौरान उनके साथ आए कई अन्य महिलाएं भी फफक पड़ी। बार-बार कह रही थी कि अब उसका सहारा कौन बनेगा। ज्ञात हो कि राजकुमार निजी तौर पर बिजली मिस्त्री का काम करते थे। कालेज के शिक्षकों ने यह भी बताया कि काम करने के दौरान उसने फोन कर शटडाउन लिया था। इस बीच कैसे बिजली की सप्लाई हो गई । इस बात को लेकर सब आश्चर्य में है।