बोकारो: न्याय सदन सभागार में दिशा की बैठक गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में हुई. बैठक शुरू होते ही बोकारो में हुए शंकर रवानी हत्याकांड को लेकर धनबाद सांसद ढुल्लू महतो बैठक की अवहेलना करते हुए बिना अध्यक्ष इजाजत जिले के एसपी पूज्य प्रकाश पर बरस पड़े. इसके बाद एसपी पूज्य प्रकाश भी सांसद द्वारा किए गए मर्यादित टिप्पणी पर आपत्ति जताई. जिसको लेकर दोनों में जमकर बहस हुई. डीसी बजिया यादव ने पहले तो बीच बचाव करते हुए सांसद के व्यवहार से अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि पदाधिकारी को डेमोरलाइज करने का अधिकार किसी को नहीं है. डीसी द्वारा इस बैठक में इस मामले को उठाने पर अपनी असहमति जताई गई. साथ ही सांसद को उनकी गरिमा याद दिलाई. डीसी ने दिशा में उपस्थित अधिकारियों को बताया कि मृतक के खिलाफ थाने में जिला बदर की रिपोर्ट भेजी गई थी और वह जिला बदर भी किया गया था. बावजूद वह जिला में ही उपस्थित था. दिशा की बैठक के अध्यक्षता कर रहे गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने भी भाजपा सांसद ढुल्लू महतो का समर्थन करते हुए कहा कि जब जनप्रतिनिधि के कहने के बावजूद काम नहीं होता है तो जनप्रतिनिधि का आक्रोशित होना लाजमी है. हालांकि गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों के बीच आगे से टकराव ना हो इसको लेकर पहल करने की बात कही. पहली बार दिशा की बैठक में मीडिया की एंट्री नहीं थी.
धनबाद सांसद माफी मांगे नहीं तो होगा आंदोलन
धनबाद के भाजपा सांसद ढुलू महतो के द्वारा अमर्यादित टिप्पणी करने के विरोध में पुलिस मेंस एसोसिएशन और जैप एसोसिएशन की संयुक्त बैठक शुक्रवार को बोकारो में हुई. पुलिस एसोसिएशन के सदस्यों ने बोकारो एसपी के खिलाफ धनबाद सांसद ढुलू महतो के द्वारा इस्तेमाल किए गए अभद्र भाषा पर आपत्ति जताई और इसकी घोर निंदा की. सदस्यों ने सांसद महतो से इस मामले पर माफी मांगने की मांग की है. ज्ञात हो कि बोकारो में गुरुवार शंकर रवानी हत्याकांड के बाद धनबाद के भाजपा सांसद ढुल्लू महतो आपे से बाहर हो गए और उन्होंने सार्वजनिक तौर पर मोबाइल से बोकारो एसपी से बात की. इस दौरान उन्होंने एसपी के साथ अभद्र तरीके से बात की थी. साथ ही उन्होंने डीजीपी और कोयलांचल के डीआईजी को फोन कर एसपी के निलंबन की मांग की थी. प्रकरण के बाद पुलिस जवानों और पुलिस पदाधिकारियों में सांसद के प्रति आक्रोश है. बोकारो के सेक्टर 4 स्थित पुलिस क्लब में पुलिस एसोसिएशन, मेंस एसोसिएशन और जैप एसोसिएशन की एक संयुक्त कार्यकारिणी की बैठक में पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर सांसद माफी नहीं मांगते हैं तो राज्य नेतृत्व के साथ मिलकर आंदोलन को लेकर फैसला लिया जायेगा.