धनबाद : निरसा के भालजुरिया भावतारिणी मंदिर के मुख्य द्वार में लगे ताला को तोड़ चोरों ने लाखों रुपए के जेवरात की चोरी कर ली। वहीं, मंदिर के पास ही खुदिया नदी के श्मशान घाट में निरसा के कुख्यात चोर कमल साव उर्फ कमला का शव पड़ा मिला। स्थानीय लोगों की सूचना पर निरसा थाना प्रभारी सुभाष कुमार सिंह ने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
सफेद रंग की शॉल और कंबल में मिली लाश
स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रतिदिन की तरह मंगलवार की सुबह मंदिर की साफ-सफाई व पूजा-अर्चना के लिए मंदिर के पुजारी व ग्रामीण पहुंचे हुए थे। जब लोग मंदिर खोलने के लिए गेट के पास पहुंचे तो गेट में लगे 6 ताले गायब थे। जब मां काली की प्रतिमा की जांच की गई तो उनके अंग पर मौजूद सभी सोने और चांदी के जेवरात गायब थे। वहीं, जब लोग आसपास जांच किए तो मंदिर के दीवार पर खून के छींटे और खून से सना सफेद गमछा मिला। जब नदी में देखा गया तो पानी में सफेद रंग की शॉल और कंबल से ढकी निरसा के कुख्यात चोर कमल साव उर्फ कमला की लाश मिली।
3 महीने पहले ही जेल से निकला था बाहर
स्थानीय लोगों ने बताया कि कमल साव उर्फ कमला बीते 20 वर्षों से निरसा व आसपास के क्षेत्र के लिए आतंक फैला रखा था। दुकानों में ताला तोड़ चोरी और सेंधमारी के आरोप में वह दर्जन भर से अधिक बार जेल जा चुका है। 3 महीने पहले ही वह जेल से निकल कर छूटा था। आशंका जाहिर की जा रही है कि अपने साथियों के साथ मिलकर मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद भागीदारी को लेकर विवाद हुआ होगा और फिर उसकी हत्या कर दी गई होगी। हालांकि पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी हुई है।
लाखों रुपए के गहनों की चोरी
इस संबंध में जानकारी देते हुए मंदिर के सेवायत असीम पाल ने कहा कि मंदिर के मुख्य दरवाजे पर लगे 6 तालाें को तोड़ चोर मंदिर में घुसे थे। मां काली की प्रतिमा पर मौजूद सोने की नथ, बिंदी, कंगन, चांदी का माला, तीन सोने की हार, कान की बाली, झुमका, सोना का कंगन, चांदी की बड़ी माला समेत अन्य जेवरात की चोरी हुई है। मंदिर के अंदर मौजूद लोहे की अलमारी को तोड़कर उसमें मौजूद कैश व सामग्री भी चोरों ने अपने साथ ले गए।