रांची। बाबा नगरी देवघर में इस वर्ष 14 जुलाई से शुरू होने वाले विश्वप्रसिद्ध सावनी मेले में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने वाली है। ऐसे में यहां सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन गंभीर है। कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले दो साल शिव भक्त बाबा की नगरी नहीं पहुंच पाए थे। अनुमान है कि 50 से 60 लाख के बीच श्रद्धालु देवघर पहुंचेंगे।
देवघर की सुरक्षा को लेकर पुलिस मुख्यालय ने ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। इस बार 10 हजार सुरक्षाबलों की तैनाती होगी। इसमें आईपीएस अफसर, डीएसपी, इंस्पेक्टर, दारोगा से लेकर जमादार तक शामिल रहेंगे। इसके अलावा सीआईडी विशेष शाखा के साथ ही 13,717 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाकर सुरक्षा का प्लान तैयार किया गया है।
इस संबंध में देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि मेले की सुरक्षा के लिए इको, रेल जमशेदपुर, चाईबासा, जैप-1, सीआईडी, विशेष शाखा, चतरा, एसीबी, सिमडेगा, जैप-2, जैप-3, जैप-4, जैप-5, जैप-9, एसआईआरबी-1, लोहरदगा, गिरीडीह, रांची, साहेबगंज, धनबाद, गढ़वा, गुमला, होमगार्ड, जमशेदपुर, रामगढ़, आईटीएस रांची, बोकारो, लातेहार, पलामू, कोडरमा से पुलिस अधिकारी और जवान में मंगाया गया है। मेले में क्यूआरटी टीम का बाइक दस्ता भी सक्रिय रहेगा। मेले में 21 ओपी बनाया गया है, जबकि 11 यातायात ओपी में 141 ट्रैफिक पोस्ट बनाया गया है।
देवघर में सावन मेले में यातायात का दबाव भी बढ़ेगा। इसको लेकर 11 यातायात ओपी की व्यवस्था की गयी है, जिसमें 141 ट्रैफिक पोस्ट पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। ये 11 यातायात ओपी कोठिया, चोपा मोड़, घोरमारा, हथगढ़, सत्संग कोरियासा, नगर पुस्तकालय, आर मित्रा हाई स्कूल, रिखिया, दर्दमारा, रोहिणी और चौधरीडीह में बनेंगे। इन यातायात ओपी में पड़ने वाले ट्रैफिक पोस्ट में तीन शिफ्ट में हमेशा जवान तैनात रहेंगे।
देवघर सावन मेले में पहुंचने वाले आमजन की सुरक्षा को लेकर विशेष सावधानी रखने के साथ निगरानी की जाएगी। मेला संचालित रहने तक अस्थाई ओपी भी संचालित होगी। इन ओपी में दंडाधिकारी के साथ हर समय पुलिस अधिकारी और जवान मौजूद रहेंगे। पूरे मंदिर परिसर पर नजर रखने के लिए पहली बार इंटीग्रेटेड मेला कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है। यहां से 500 कैमरे के माध्यम से पूरे शहर पर नजर रखी जाएगी।
मेले को लेकर देवघर में लगभग 1200 सीसीटीवी लगाए गए हैं। शहर के विभिन्न स्थानों में अस्थाई कंट्रोल रूम भी बनाए जा रहे हैं, जहां से पूरे शहर में लगे सीसीटीवी की मॉनिटरिंग की जाएगी। अधिक भीड़ वाली जगहों पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। मेले में पुलिस के जवानों के अलावा रैफ, एनडीआरएफ के साथ झारखंड जगुआर के बीडीएस टीम को भी तैनात किया जाएगा।
आईजी अभियान अमोल होमकर ने बताया कि पुलिस मुख्यालय से पांच हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे जिस पर लोग फोन कर पुलिस से सहायता ले सकते हैं। इसके अलावा सादे लिबास में भी पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। श्रावणी मेले के दौरान हर दिन एक से डेढ़ लाख लोग बाबा भोलेनाथ को जल अर्पण करते हैं। ऐसे समय में पॉकेटमार और उचक्के शहर में सक्रिय हो जाते हैं। चोर-उच्चकों पर नकेल कसने के लिए अलग से प्लानिंग की गई है।