बोकारो। बालीडीह पुलिस स्टेशन इंचार्ज नूतन मोदी ने चोरी के मामले में पूछताछ के नाम पर मुस्लिम टीचर अमानत हुसैन के साथ ज्यादती की है। आरोप है कि चोरी के संदेह में पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाकर थानेदार ने अमानत के साथ बर्बरता पूर्वक मारपीट की है। उसके अंगूठे के नाखून तक को उखड़वा दिया गया है। हालांकि थाना प्रभारी नूतन मोदी ने इस तरह की घटना से इनकार करते हुए कहा कि आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।
एमपी पीएन सिंह ने मामले में कोयला क्षेत्र के DIG को पत्र भेजकर जांच कर कार्रवाई करने करने की मांग की है. पीड़ित की ओर से सीएम हेमंत सोरेन, डीजीपी व एसपी को ट्वीट कर मामले की जानकारी की दी गयी है। न्याय की गुहार लगाया है। अमानत का कहना है कि दो 30 दिसंबर को बालीडीह पुलिस स्टेशन से जांच एवं पूछताछ के लिए उसे फोन कर बुलाया गया। वह अपनी पत्नी साखरा बेगम और बड़े भाई मोहरम अंसारी के साथ लगभग आठ बजे रात्रि की बालीडीह पुलिस स्टेशन पहुंचा।
पुलिस स्टेशन में उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। रात नौ बजे बजे उसकी पत्नी को भी उसी कमरे में बंद कर दिया गया। वह पुलिस पूछताछ के दौरान सवालों का जवाब दे रहा था। अचानक बालीडीह ओसी नूतन मोदी और अन्य पुलिस कर्मी उसे और उसकी पत्नी को गंदी-गंदी गालियां देते हुए मारपीट करने लगे। थाना प्रभारी और सहयोगी पुलिसकर्मी ने उसे रस्सी से बांधकर बुरी तरह से मारपीट किया। उसकी पत्नी को पुरुष पुलिसकर्मी ने बाल खीचने लगे। आमनत का आरोप है कि तलवे को लाठी मारकर फाड़ दिया। पैर के नाखून भी उखाड़ दिये।
बालीडीह पुलिस स्टेशन एरिया के मखदुमपुर में युनूस हाशमी को घर के सदस्य इलाज के लिए दिल्ली जाना था। पड़ोसी होने के नाते अमानत को घर में सोने का आग्रह किया। वग घर सोता था। बकौल आमानत 15 दिसंबर को उसकी तबीयत खराब हो गई थी और वह पड़ोसी के घर सोने नहीं जा सका। घर में लाखों की चोरी हो गयी है। पुलिस ने आमानत व उसकी पत्नी को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन में बुलाकर बेरहमी से पीटा। पुलिस की पिटाई से अमानत हुसैन और उनकी पत्नी सावरा बेगम चोटिल हो गये।
मुहल्ले के रहनेवाले एक युवक ने दंपत्ति के साथ पुलिस की अमानवीय हरकत की वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर सीएम हेमंत सोरेन को टैग कर कंपलेन की है। पुलिस की कथित अमानवीयता को लेकर अमानत ने एसपी को भी लिखित कंपलेन कर रहा कि वह पेशे से शिक्षक है। गांव में ही एक स्कूल चलाकर अपना और अपने परिवार का ससम्मान जीवन यापन करता है।
उसका किसी भी पुलिस स्टेशन में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। हालांकि उसके कंपलेन पर एसपी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी। शिक्षक अमानत के पक्ष में लोकल लोगों ने रविवार को मखदुपुर से सिवनीडीह तक कैंडल मार्च निकाला। सिवनडीह एनएच के समीप थानेदार नीतन मोदी का पुतला दहन किया। लोगों ने थानेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कैंडिल मार्च में शामिल युवाओं ने कहा कि अमानत ने हजारों बच्चों को पढ़ाया है। पांच बच्चियों के पिता अमानत को आज से नहीं हम सभी बचपन से देख रहे हैं। पुतला दहन कार्यक्रम में कांग्रेस नेत्री मुसरत जबी, तारिक मल्लिक, रिजवान भारती, रोशन जमील, अमन खान, नसीम अख्तर, अफजल मल्लिक, हसन , इकबाल, छोटू सहित अन्य शामिल थे।
थाना प्रभारी ने दी सफाई
थाना प्रभारी नूतन मोदी ने कहा कि चोरी के मामले में पूछताछ ले लिए मानत को लाया गया था। सभी आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उसे प्रताड़ित नहीं किया है। वह बार-बार अपना बयान बदल के पुलिस को दिग्भ्रमित कर रहा था। उसका मोबाइल कॉल डिटेल कुछ अलग बता रहा है। ऐसे में उस पर शक लाजमी है।बोकारो पुलिस की ओर से डीएसपी हेडक्वार्टर को इस मामले के लिए जांच का आदेश दिया गया है। हालांकि लोगों का आरोप है कि पुलिस इस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। इंस्पेक्टर नूतन मोदी को सस्पेंड कर उन क्रिमिनल केस दर्ज की जानी चाहिए।