हजारीबाग : हजारीबाग के बड़कागांव में एक समुदाय की युवती के द्वारा दूसरी समुदाय के युवकों को राखी बंधवाने को लेकर विवाद हो गया। वहां विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया, बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद का पुतला फूंका गया। बताया जा रहा आक्रोश तब बढ़ा जब सोमवार को एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें युवती और उसकी मां कह रही हैं कि विधायक अंबा प्रसाद के दबाव में उन्होंने राखी बांधी और दूसरे समुदाय के युवकों के पांव छुए। वीडियो में युवती कह रही है कि विधायक बोलीं, तुम लोग यहां गिने-चुने हो। दूसरे समुदाय के लोगों के साथ मिलकर रहो। कितने दिन प्रशासन तुम्हारे साथ रहेगा। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस विधायक सामाजिक सौहार्द का स्वांग कर रही हैं। नाबालिग के साथ अभ्रदता करने वालों को बचा रही हैं। यह तुष्टिकरण की राजनीति की पराकाष्ठा है।
ज्ञात हो कि रविवार को सदर विधायक मनीष जायसवाल बड़कागांव के सिरमा पीड़ित से मिलने गए थे। इस दौरान विधायक अंबा भी पीड़ित के घर मिलने पहुंच गईं। भाजपा विधायक के जाते ही कांग्रेस विधायक ने परिजनों से बातचीत की और इसी क्रम में धमकाते हुए केस मैनेज करने और मेल-जोल बढ़ाने की बात कही। इंटरनेट पर वीडियो वायरल होते ही विधायक अंबा प्रसाद ट्रोल हो गईं। गौरतलब है कि गांव में बसे इस परिवार को पिछले कुछ दिनों से धमकी दी जा रही है। दूसरे समुदाय ने धर्म का अपमान करने का आरोप लगाते हुए पहली समुदाय की युवती से उठक-बैठक कराई थी। दोनों पक्षों की ओर से थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है।
जबरन राखी बंधवाने की खबर फैलते ही सोमवार को भाजपा समेत कई हिंदू संगठनों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया और बड़कागांव मुख्य चौक पर विधायक का पूतला फूंका। इससे पूर्व विधायक का शव यात्रा भी निकाला गया। भाजपा की ओर से युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष किसलय तिवारी कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे थे। लोगों ने आरोप लगाया कि विधायक ने दबाव देकर पीड़िता एवं उसके परिजनों से राखी बंधवा कर एक समुदाय का अपमान किया है। पुतला दहन में प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र सिंह, प्रदेश मंत्री अमित साहा, भाजयुमो जिला अध्यक्ष विकास सिन्हा समेत दर्जनों लोग मौके पर उपस्थित थे।
पीड़िता को लेकर सिरमा में कांग्रेस का आयोजित शांति मार्च विवाद को देखते हुए रद्द कर दिया गया है। प्रखंड कांग्रेस ने पीड़िता को अज्ञात स्थान पर ले जाने का आरोप भाजपा पर लगाया है। कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष विशेश्वर नाथ चौबे ने कहा, विधायक अंबा प्रसाद द्वारा रविवार को सिरमा गांव पहुंचकर क्षेत्र में शांति बहाल करने की मंशा को लेकर पीड़िता एवं परिजनों से दूसरे समुदाय के युवकों के हाथों में राखी बंधवाई गई थी। शांति माहौल बनाकर एक दूसरे को सहयोग करने की अपील की गई थी। समाज के लोगों ने सहमति दी थी और सोमवार को सिरमा में शांति मार्च निकालने का कार्यक्रम तय किया गया था। परंतु भाजपा के लोग पीड़िता और उसकी मां को गांव से अन्यत्र जगह पर ले गए जिसके कारण शांति मार्च कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा।