Johar live desk: सहारनपुर से लोकसभा सांसद इमरान मसूद का वक्फ संशोधन कानून को लेकर विवादित बयान सामने आया. बयान में उन्होंने कहा कि हम इसका इलाज करना जानते हैं. जिस दिन आ जाएंगे उस दिन इसका इलाज कर देंगे. मसूद के इस बयान को लेकर सियासी तापमान चढ़ गया. सांसद मसूद ने अपने इस बयान को लेकर अब प्रतिक्रिया भी दी है.
आपको बता दे की हैदराबाद में रविवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ रैली आयोजित कर प्रदर्शनकारियों ने इसे निरस्त करने की मांग की थी. सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और अल्पसंख्यक मामलों पर तेलंगाना सरकार के सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर ने भी विरोध रैली में हिस्सा लिया था. इसी दौरान भीड़ को संबोधित करते हुए इमरान मसूद ने कहा, “जिस दिन हम सत्ता में आएंगे, हम एक घंटे में इसे (वक्फ संशोधन अधिनियम) रद्द कर देंगे.”
सांसद मसूद ने कहा, “दुआ कीजिए कि हम लोग आ जाएं. समंदर में तूफान बहुत है और तूफान का सामना बड़ा जहाज कर पाता है कश्तियां नहीं. इसलिए आपसे कहना चाहता हूं कि कश्तियों की सवारी को छोड़कर बड़े जहाज की सवारी की तैयारी करिए. बस एक ही रास्ता है और कोई रास्ता नहीं है. मैं आपसे ये वादा करना चाहता हूं कि जिस दिन आएंगे. उस दिन घंटे भर के भीतर ही इसका इलाज भी करना जानते हैं.”
बयान पर दी सफाई
एक मीडिया समूह से बातचीत के दौरान इमरान मसूद ने अपने बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा, “वह कोई चेतावनी या धमकी नहीं बल्कि महज एक जुमला है. हम जो भी काम करेंगे संविधान के दायरे में रहकर ही करेंगे. हम कानून को मानने वाले लोग हैं. यह लड़ाई मुसलमान नहीं संविधान बचाने की लड़ाई है. बाबा साहब की जयंती पर प्रण लेते हैं कि उनके सपनों को पूरा करेंगे. जो उनके सपनों पर ग्रहण लगा रहे हैं उनको साफ करेंगे. मसूद ने AIMIM नेता अकबरुद्दीन के 15 मिनट वाले बयान पर असहमति जताई।