श्रीनगर: इजराइली सेना द्वारा हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या ने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल पैदा कर दी है. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने लेबनान के लोगों के साथ एकजुटता दर्शाते हुए अपने चुनाव अभियान को रद्द कर दिया है.
अभियान रद्द कर चुकी हैं महबूबा
महबूबा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “लेबनान और गाजा के शहीदों, विशेषकर हसन नसरल्लाह के साथ एकजुटता के लिए मैं अपना अभियान रद्द कर रही हूं. हम इस दुख के समय में फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं.”
https://x.com/MehboobaMufti/status/1840044456960983473
इजराइली हमले में नसरल्लाह की हत्या
हसन नसरल्लाह और उनकी बेटी जैनब उस समय मारे गए जब इजराइली सेना ने बेरूत में सिलसिलेवार हमले किए. इस हमले में अन्य हिजबुल्लाह सदस्यों की भी मौत हुई है. इजराइली सेना ने पुष्टि की है कि नसरल्लाह अब उन्हें नहीं डरा सकेंगे.
उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा
महबूबा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जेकेएनसी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने पिछले एक वर्ष में इजराइल द्वारा की गई बमबारी का विरोध किया है. उन्होंने मांग की कि भारतीय सरकार, प्रधानमंत्री मोदी और अन्य देशों के नेताओं को इजराइल पर दबाव डालना चाहिए ताकि क्षेत्र में शांति स्थापित की जा सके. उमर ने कहा, “इस घटना के बाद ऐसा लग रहा है कि पूरे क्षेत्र में युद्ध के बादल छा गए हैं. निर्दोष लोगों की हत्या का सिलसिला अब बंद होना चाहिए.” इस प्रकार, नसरल्लाह की हत्या केवल लेबनान पर ही नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक गतिविधियों पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रही है.
https://x.com/ANI/status/1840285165706191048
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