चेन्नई : साइक्लोन ‘मिचौंग’ का असर पुड्डुचेरी, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में देखने को मिल रही है. सड़कें पानी-पानी हो गई है. वहीं चेन्नई के एअरपोर्ट के रनवे पर भी पानी भर गया है. इन तीन राज्यों के कुछ इलाकों में तेज हवाओं के साथ 4 दिन से बारिश हो रही है. ऐसा माना जा रहा है कि आज और कल का दिन तूफान मिचौंग के चलते काफी भारी रहने वाला है, लिहाजा सरकार और प्रशासन अलर्ट है. आम लोगों को भी सावधान रहने और एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है. उत्तरी तमिलनाडु के कई जिलों में आज भी भारी बारिश होने की संभावना है इसलिए आम लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है. आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन एजेंसी ने खुलासा किया कि चक्रवात मिचौंग 13 किमी प्रति घंटे की गति से दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है.
वर्तमान में साइक्लोन चेन्नई से करीब 150 किमी, नेल्लोर से 250 किमी, बापट से 360 किमी, मछलीपट्टनम से 380 किमी दूर है. तूफान आज तट के समानांतर चलेगा. मिचौंग कल दोपहर भीषण तूफान के रूप में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तट को पार करेगा यानी लैंडफॉल करेगा. बाहर से आए लोगों को फिलहाल तूफान के कारण चेन्नई में ही रुकना पड़ा है क्योंकि कई ट्रेनें भी रद्द हो चुकी हैं और फ्लाइट मिलना भी मुश्किल है.
तूफ़ान के असर से आज और कल भी कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो रही है. कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है और कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश हो रही है. रायलसीमा में जगह-जगह मध्यम बारिश हो रही है. एलुंडी और उत्तरांध्र में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. तट पर 80-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और शाम को इनकी रफ्तार बढ़कर 90-110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं. आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मछुआरों को समुद्र में शिकार न करने की सलाह दी है.
आंध्र और तमिलनाडु के कई जिलों में तूफान का असर पड़ सकता है, इसलिए प्रशासन ने लोगों के राहत-बचाव के इंतजाम कर रखे हैं. निचले इलाकों में रहनेवाले लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचा दिया गया है. तूफान के असर वाले इलाकों में बोट और दूसरे जरूरी इंतजाम किए गए हैं. चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपट्टू में आज सार्वजनिक छुट्टी है. लोगों की सुविधा के लिए चेन्नई मेट्रो के शेड्यूल में बदलाव किया गया है. प्राइवेट कंपनियों को अपने कर्मचारियों को Work From Home सुविधा देने को कहा गया है. तटीय इलाकों में राहत के लिए 121 मल्टीपरपज सेंटर बनाए गए हैं, साथ ही 4,967 राहत कैंप भी बनाए गए हैं.
तमिलनाडु में हालात बिगड़ने पर राहत और बचाव के लिए NDRF की टीमों को कई दिन पहले से ही तैनात रखा गया है हालांकि अभी तक ऐसी स्थिति पैदा नहीं हुई कि इन्हें एक्शन में आना पड़े. मौसम विभाग के अनुसार, तूफान मिचौंग कल यानी 5 दिसंबर को नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से गुजर सकता है. मिचौंग कल दोपहर भीषण तूफान के रूप में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तट को पार करके लैंडफॉल करेगा. इस दौरान 110 किलोमीटर तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और बारिश हो सकती है.
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