रांची : सुबह से रिम्स के ओपीडी में मरीजों का इलाज किया जा रहा था. अन्य दिनों की तरह ही ओपीडी में डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर तैनात थे. चूंकि रिम्स डायरेक्टर ने डॉक्टरों के साथ हड़ताल से ठीक एक दिन पहले बैठक में सुचारू रूप से सबकुछ चलाने का निर्णय लिया था. इस बीच आइएमए और झासा के प्रतिनिधि डॉक्टरों के साथ शुक्रवार को दिन में रिम्स पहुंचे और ओपीडी को ठप कराया. वहीं सभी डॉक्टरों को अपने चैंबर से बाहर कर दिया. इस दौरान रिम्स के मेडिकोज भी उनके समर्थन में उतर आए. सभी एक स्वर में डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग कर रहे थे. वहीं उनका नेतृत्व आइएमए के डॉ प्रदीप सिंह और आइएमए वीमेन विंग की डॉ भारती कश्यप कर रही थी. वहीं जूनियर डॉक्टरों का नेतृत्व डॉ विकास कर रहे थे.
केवल इमरजेंसी में मरीजों का इलाज
बता दें कि एमजीएम अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ मारपीट की घटना के बाद से लगातार विरोध हो रहा है. एमजीएम में डॉक्टर तीन दिनों से हड़ताल पर हैं. अब उनके समर्थन में आईएमए झारखंड और झासा भी उतर आया है. इसी के तहत इमरजेंसी सेवा को छोड़कर राज्यभर के डॉक्टरों ने हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है. जिससे कि राज्य के सभी प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटलों में व्यवस्था चरमरा गई है. मरीज डॉक्टर से दिखाने को परेशान है. जहां केवल गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा है.