Joharlive Team
- घर से 150 मीटर दूरी पर दिया वारदात को अंजाम
रांची। अनगड़ा के राहे प्रखंड भेलवाटीकर गांव की रहने वाली सुनीता और उसके पति भवनेश्वर महतो के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था। सुनीता का आरोप है कि रांची की एक युवती के साथ उसके पति का अवैध संबंध है। जिस कारण वह ज्यादातर रांची में ही रहता था। आरोपी सुनीता इसका विरोध करती थी। कई बार इसी को लेकर दोनो के बीच झगड़ा-झंझट हुआ करता था। बीते बुधवार को भी पति के साथ इसी बात को लेकर सुनीता का झगड़ा हुआ था। उसी वक्त उसने ठान लिया कि उसकी निशानी को वह मिटा देगी। गुरुवार को सुबह करीब पौन दस बजे उसने सोई हुई अपनी दूधमुंही बच्ची को जूट के बोरे में लपेटकर घर से 150 मीटर की दूरी पर ले जाकर एक गड्ढे में रखकर लकड़ी रखकर आग लगा दी। बच्ची का शव जब आधा जल गया तो वह वहां से घर आई। इसके बाद बच्ची के लापता होने की बात कहकर हो-हल्ला करने लगी। ग्रामीणों व परिजनो को भी इसकी जानकारी दी। जब पुलिस ने कड़ाई से सुनीता से पूछताछ की, तब उसने घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी सुनीता को गिरफ्तार कर लिया।
रांची में पति को लापता होने की दी जानकारी
इसके बाद लगभग 11.30 बजे उसने इसकी जानकारी अपने पति भुवनेश्वर को फोन के माध्यम से रांची में दी। इधर, ग्रामीणों व स्वजनों ने बच्ची को खोजना शुरू किया। इसी दौरान घर से कुछ पर स्थित गड्ढे में धुआं उठते देखा गया। वहां पर जाकर सभी ने देखा, तो जला हुआ बच्ची का शव बरामद किया गया। इसके बाद अनगड़ा थाने को इसकी सूचना दी गई। सूचना पाकर पुलिस घटनास्थल पर पहुंच और मामले की जांच की। इधर, सूचना पाकर भुवनेश्वर महतो लगभग 12.30 बजे गांव पहुंचा। बेटी का शव देखकर वह बिलखने लगा। बाद में पूरी तरह से शांत हो गया।
दिन भर घुमाती रही महिला
बेटी की हत्यारोपी सुनीता ग्रामीणों व पुलिस को पूरे दिन घुमाती रही। शुरुआत में उसने बताया कि वह बड़ी बेटी खुशी को साथ लेकर गांव के कुएं में नहाने चली गई थी। इस दौरान वह दुधमुंही बच्ची को घर में ही सुलाकर गई थी। नहाकर आने के बाद वह घर में घुसकर बच्चे को खोजने का दिखावा करने लगी। बाद में उसने चिल्ला-चिल्ला करके भी लोगों के बुलाया लिया। इसके बाद सभी लोग बच्ची को खोजने निकले। अनगड़ा थाने की पुलिस के समक्ष भी उसने भी यही बात बताई। हालांकि, पुलिस को सुनीता पर पहले से ही शक था। शाम लगभग छह बजे अनगड़ा थाने की पुलिस पुन: भेलवाटीकर गांव पहुंची और महिला से कड़ाई से पूछताछ की। इसके बाद उसने डीएसपी ख्रीस्टोफर केरकेट्टा के सामने अपना जुर्म स्वीकारा। इसके बाद उसे अनगड़ा थाने लगा गया।
घटना के समय सास गई थी बकरी चराने
जिस समय सुनीता ने बच्ची की जान ली उस समय उसकी सास लालनी देवी बकरी चराने गई थी। आसपास कोई नहीं था। घटना की सूचना पर राहे बीडीओ रवि प्रकाश, एसीओ महेंद्र छोटन उरांव सहित पूर्व विधायक अमित महतो, आजसू नेता प्रकाश सिन्हा, उमेश प्रसाद, माकपा नेता सुफल महतो, बादल महतो, मुखिया प्रतिनिधि सुरेश मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे।