Johar Live Desk : सोशल मीडिया पर IITian Baba के नाम से प्रसिद्ध अभय सिंह को जूना अखाड़ा से शनिवार रात को निष्कासित कर दिया गया. यह कड़ा कदम उनके गुरु महंत सोमेश्वर पुरी के प्रति अपशब्दों के इस्तेमाल के कारण उठाया गया. जूना अखाड़ा ने यह निर्णय लिया कि अभय सिंह को अब अखाड़े के कैंप और उसके आस-पास के क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी.
अखाड़े के प्रमुख संरक्षक महंत हरि गिरि ने कहा, “अभय सिंह का कृत्य गुरु-शिष्य परंपरा और संन्यास के सिद्धांतों के खिलाफ है. गुरु का अपमान करना सनातन धर्म और अखाड़े का अपमान है. जूना अखाड़ा में अनुशासन सर्वोपरि है, और कोई भी इससे ऊपर नहीं है, चाहे वह मैं हो या अभय सिंह.”
महंत हरि गिरि ने यह कहा कि जूना अखाड़ा के हर सदस्य को सख्त अनुशासन का पालन करना होता है. अभय सिंह ने अपने गुरु के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करके इन नियमों का उल्लंघन किया था. “न सिर्फ गुरु, बल्कि किसी अन्य साधु के खिलाफ बोलने की अनुमति नहीं है,” उन्होंने कहा. इसके परिणामस्वरूप, अखाड़े की अनुशासन समिति ने उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश की.
अभय सिंह, जो IIT बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातक हैं. वह अपना करियर छोड़कर साधु बनने का निर्णय लिया था. उनका नाम हाल ही में महाकुंभ 2025 में खूब चर्चा में आया था, विशेष रूप से एक वायरल इंटरव्यू के बाद, जिसमें उन्होंने अपने पिता को “हिरण्यकश्यप” और अपने गुरु को “पागल” (दीवाना) कहा था. इस विवादास्पद बयान के बाद अखाड़े में उनकी कड़ी आलोचना की गई और अंततः उन्हें निष्कासित कर दिया गया.
हालांकि, इससे पहले अभय सिंह को उनके गुरु ने अखाड़े से बाहर कर दिया था, लेकिन उन्होंने मेला छोड़ने से इनकार कर दिया था और दूसरे संत के कैंप में शरण ली थी. अब जूना अखाड़ा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अभय सिंह को तब तक अखाड़े से बाहर रखा जाएगा जब तक वह अपने गुरु के प्रति सम्मान और अनुशासन का पालन करना नहीं सीखते.
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