पलामू: असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने पलामू के पांकी में एक चुनावी सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने झारखंड विधानसभा चुनाव में डॉ. शशिभूषण मेहता के लिए वोट देने की अपील की और राज्य के हालात पर चिंता जताई. सरमा ने कहा, “बीते चार महीने से झारखंड का दौरा कर रहा हूं. संथाल परगना में जनसंख्या के आंकड़े चिंताजनक हैं. 1951 में यहां की जनसंख्या का 90% हिंदू था, जो अब घटकर 63% रह गया है. वहीं, मुसलमानों की आबादी 37% तक पहुंच गई है. यह बांग्लादेश से हो रहे घुसपैठियों का नतीजा है, जिस पर हेमंत सोरेन की सरकार मौन है.”
उन्होंने आगे कहा, “अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो झारखंड में हिंदुओं की आबादी 50% से भी कम हो जाएगी. हमारी सरकार बनेगी तो हम सभी घुसपैठियों को कानून के तहत निकालेंगे। यह चुनाव हमारी अस्मिता की लड़ाई है.” सरमा ने झारखंड सरकार के वादों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ. उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि भाजपा की सरकार बनती है, तो सीजीएल परीक्षा को रद्द कर एक नई परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा, “हमारी सरकार बुजुर्गों के लिए 2100 रुपये पेंशन की शुरुआत करेगी और माताओं को गैस सिलेंडर सस्ते दाम पर उपलब्ध कराएगी.”
सभा के अंत में सरमा ने हिंदू समुदाय से एकजुट रहने की अपील की. “हिंदू एक रहेंगे तो हम कुछ भी कर सकते हैं. अगर हम बंटे, तो इरफान अंसारी और आलमगीर आलम जैसे लोग राज करेंगे.”