रांची : टेंडर घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी ग्रामीण विकास मंत्री आलम उनके आप्त सचिव संजीव लाल और जहांगीर से अब तक की पूछताछ में आईएएस अधिकारी मनीष रंजन की बड़ी भूमिका सामने आई है. इसके बाद अब माना जा रहा है कि कल यानी 28 मई को आईएएस मनीष रंजन से आमने सामने बैठा कर ईडी पूछताछ कर सकती है.

बता दें कि पहले समन पर हाजिर नहीं होने के बाद ईडी ने मनीष रंजन को दूसरा समन भेजा है और 28 मई को पूछताछ के लिए बुलाया है. जानकारी के मुताबिक, टेंडर घोटाले से जुड़े इस मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मनीष रंजन की भूमिका भी काफी अहम है. इतना ही नहीं अब तक हुई जांच में इस पूरे घोटाले में कई प्रभावशाली लोगों की भूमिका भी सामने आ रही है. पूछताछ के बाद कई अन्य लोगों को समन जारी किया जा सकता है.

आलमगीर आलम को पूछताछ के बाद 15 मई की देर शाम ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद अब तक कोर्ट की अनुमति से उनसे 11 दिनों तक पूछताछ की जा चुकी है. सोमवार को तीसरी बार कोर्ट ने मंत्री आलमगीर से तीन दिनों तक पूछताछ की मंजूरी दे दी है. इससे पहले उनके आप्त सचिव संजीव लाल और जहांगीर को भी गिरफ्तार किया जा चुका है और एजेंसी ने दोनों से कई दिनों तक पूछताछ की, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. ईडी ने संजीव लाल और जहांगीर के ठिकाने से 35 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद किया था, ईडी का दावा है कि ये सारा पैसा टेंडर मैनेज करने के लिए मिले कमीशन का है.

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