रिपोर्ट : राजेश तिवारी
रांची : मैं झारखंड हूं. मेरा जन्म 2000 में हुआ, आज मैं 23 साल का युवा बन चुका हूं. जब से मैंने जन्म लिया तब से मेरा दुर्भाग्य भी मेरे साथ ही चल रहा है. कहने का मतलब यह है कि मेरे पर जिसने भी राज किया वो अपने स्वार्थ के लिये मेरा इस्तेमाल किया. मेरे अंदर अकूत खनिज संपदा भरा पड़ा है, मेरी छाती को छलनी कर खनिज संपदा को निकाल कर इसे लोककल्याण के लिये नहीं बल्कि खुद के विकास के लिए इस्तेमाल किया. यही नहीं, इसे घोटाले का भी रूप दे दिया. इन 23 वर्षों में मेरा नाम सुर्खियों में आ गया. ऐसा नहीं है कि मेरा नाम अच्छे कामों की फेहरिस्त में नहीं है. लेकिन, अच्छे कामों का प्रतिशत कम है. देश के मानचित्र में मेरा नाम यहां किये गये बुरे कामों की वजह से है. आज उस सूची में मेरा नाम भ्रष्टाचार, भूख, लूट, मर्डर, घपले-घोटाले, बलात्कार आदि की फेहरिस्त में सबसे ऊपर है. इतने वर्षों में हमने 09 बड़े घोटाले देखें. ये मेरा दुर्भाग्य ही कहिये कि घोटालों की फेहरिस्त में एक और नाम बढ़ गया. साल का अंतिम माह दिसंबर के 6 तारीख मेरे लिये ऐसा काला दिन लेकर आया कि कहते हैं ना “खाक से उठाकर साख पे बिठाया” वही हाल हो गया. हमें तो साख पर बिठाया लेकिन, भ्रष्टाचार की साख पर. हमने अपने 23 सालों में 09 बड़े घोटाले देखें. ये 10वां हो गया. आज मेरा नाम देश-विदेश में प्रचलित हो चुका है. अब लोग मुझे सांसद धीरज साहू वाले राज्य के नाम से भी जानने लगे हैं. 6 दिसंबर दिन बुधवार को सुबह की ठंड में रांची के रेडियम रोड स्थित आलिशान बंगले के अंदर कुछ गाड़ियां प्रवेश करती हैं. ये आलीशान बंगला कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू जी का था. अचानक खबरें आयीं कि बंगले में जो गाड़ियां प्रवेश की हैं वो आईटी के अफसरों का था. तब से लेकर आज तक रेड हो ही रहे हैं. चाहे वो लोहरदगा हो, ओड़िशा या रांची. उनलोंगो ने तो सोचा था कि यूं जायेंगे और एक दिन में काम खत्म कर चले जायेंगे. लेकिन, वो नहीं हो सका. रेड के दौरान नोट की इतनी गड्डियां मिलीं कि नोट गिनने वाले आधे दर्जन मशीनें दम तोड़ दी. नोट की गड़्डी देख अधिकारी को चक्कर आ रहे हैं. बैंक के सारे कर्मचारी नोट गिनने में लगे हुए हैं. एक तरफ मशीन तो दूसरी तरफ कर्मचारी. कई सौ करोड़ का कैश मिला अभी गिनती जारी है.
झारखंड में हुए 09 बड़े घोटाले
950 करोड़ रुपए का चारा घोटाला
झारखंड और भ्रष्टाचार का चोली दामन का साथ है. संयुक्त बिहार में ही झारखंड मे हुए चारा घोटाले से शुरू हुई थी और बड़े भ्रष्टाचार की कहानी आज भी बदस्तूर जारी है. चारा घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का नाम सामने आया था. इस घोटाले में पशुओं के चारे की चोरी की गई. 950 करोड़ के इस घोटाले मे 53 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि कुल 170 आरोपी बने गए थे. इस मामले का खुलासा 1996 में हुआ था.
शेल कंपनियों का 4000 करोड़ का घोटाला
इसके बाद मधु कोड़ा के मुख्यमंत्री काल मे शेल कंपनियों के जरिए काली कमाई को सफेद करने का मामला सामने आया. करीब 4 हजार करोड़ का ये घोटाले अपने आप में देशभर के बड़े घोटालों में से एक था. आज भी मामला अदालत में है. मधु कोड़ा को मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद जेल भी जाना पड़ा था.
झारखंड अलकतरा घोटाला
अलकतरा घोटाला झारखंड के सड़कों से जुड़ा है. इसमें 3266 मीट्रिक टन अलकतरा की हेराफेरी की गई. ये घोटाला 1.57 करोड़ रुपये का था. वर्ष 1992 से 1994 के बीच पथ निर्माण विभाग, चतरा में अलकतरा का ट्रांसपोर्ट हल्दिया भाया बरौनी करना था. इस मामले मे संयुक्त बिहार के पूर्व पथ निर्माण मंत्री मो. इलियास हुसैन, उनके सचिव सहाबुद्दीन बेक, खरीद एवं परिवहन विभाग के निदेशक केदार पासवान, उपनिदेशक मुजतबा अहमद, कार्यपालक अभियंता रामानंद राम, सेक्शन पदाधिकारी शोभा सिन्हा और ट्रांसपोर्टर आपूर्तिकर्ता डीएन सिंह को अदालत ने दोषी माना था.
130 करोड़ का दवा घोटाला
130 करोड़ के दवा घोटाले का मामला भी वर्ष 2008- 2009 मे सामने आया था, जिसमें सीबीआई ने मामला दर्ज किया था. मधु कोड़ा के मुख्यमंत्री काल में ही ये दवा घोटाला हुआ था जिसमें तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री को भी आरोपी बनाया गया था.
34वें राष्ट्रीय खेल घोटाला
रांची में आयोजित हुए 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाला 28 करोड़ 34 लाख रुपये का है. इसमें ऊंची कीमत पर बिना टेंडर खेल सामग्री की खरीद सहित कई अन्य मामले शामिल है, जिसे लेकर भी सीबीआई मामले की जांच कर रही है.
मनरेगा घोटाले में नपे अफसर
इसके साथ ही झारखंड का मनरेगा घोटाला सामने आया. ईडी की जांच मे आईएएस पूजा सिंघल को जेल भेजा गया. ईडी की हुई छापेमारी मे पूजा सिंघल के सीए सुमन के कुमार के घर से 19 करोड़ रूपए की बरामदगी हुई थी.
1000 करोड़ का खनन घोटाला
अवैध खनन मामला ईडी की जांच ने साहिबगंज जिले में ही 1 हजार करोड़ के अवैध खनन का मामला सामने आया है. मामले मे ईडी की गिरफ्त में आने वाले बड़े नामों में पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश, पंकज मिश्रा भी शामिल है, तो इसमें निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की भूमिका भी अहम रही है. इस मामले की जांच भी ईडी के द्वारा की जा रही है. इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी ईडी ने पूछताछ की है.
400 करोड़ का लैंड स्कैम
राजधानी रांची मे लैंड स्कैम मामला भी काफी चर्चित है. रांची के कई जमीनों का फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे बेचने के मामले का खुलासा ईडी के द्वारा किया गया है. इसमें आईएएस छविरंजन, व्यवसायी विष्णु अग्रवाल, अमित अग्रवाल, दिलीप घोष सहित कई आरोपियों को ईडी ने गिरफ्तार किया है. ये घोटाला भी करीब 4 सौ करोड़ के आसपास के होने की बात कही जा रही है. वहीं इस मामले मे वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी ईडी ने पूछताछ के लिए 5 बार समन किया है. हालांकि, इसमें अभी भी ईडी की जांच चल ही रही है.
नई शराब नीति में घोटाला!
नई शराब नीति को लेकर भी भ्रष्टाचार की आहट है और उस लेकर भी ईडी जांच कर रही है. मामले में ईडी ने 32 ठिकानों कर छापेमारी की थी, वहीं इस मामले मे एक बड़े रसूखदार योगेन्द्र तिवारी को गिरफ्तार किया है. वहीं, इस मामले मे कई अधिकारी भी ईडी के रडार पर हैं. ये मामला छत्तीसगढ़ से जुड़ा था.
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