गिरिडीह. झारखंड के गिरिडीह में एक विचित्र मामला सामने आया है. यहां के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जीतपुर पंचायत करमाटांड़ गांव में सोमवार को एक दंपति गाय चराने के लिए पास ही जंगलों में गए थे. इसी दौरान उन पर मधुमक्खियों झुंड ने हमला बोल दिया. इस घटना में घायल पति-पत्नी की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. गांव में भी मातमी सन्नाटा पसर गया.
जानकारी के अनुसार, भीखनी देवी अपने पति शनीचर महतो के साथ गांव के बगल महोलिया पाल्हा जंगल में बकरी और गाय चराने गई थीं. इसी दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने पहले भिखनी देवी पर हमला किया. पर हमला किया. इसे देख पति शनीचर महतो पत्नी भीखनी देवी को बचाने के लिए दौड़े. इसके बाद मधुमक्खियों के झुंड ने शनीचर महतो पर भी हमला बोल दिया. दोनों के शोर-शराबे और चिल्लाहट सुनकर ग्रामीण दौड़कर घटनास्थल पर पहुंचे और बुरी तरह से घायल पति-पत्नी को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में पति-पत्नी ने एक-एक करके दम तोड़ दिया.
आपको बता दें कि गिरिडीह जिले में मधुमक्खियों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. इसी तरह जिले के करमाटांड़ के अलावा गांवा और तीसरी प्रखंड में मधुमक्खियों के लगातार बढ़ते हमले और आतंक की वजह से ग्रामीण दहशत में रहते हैं. लोगों का जंगल आना-जाना बंद हो गया है. हमेशा इस डर के साए में लोग रहते हैं कि क्या पता कहां से अैर कब मधुमक्खियों का झुंड किस पर हमला कर दे. जिले भर में पिछले कुछ महीनों में दर्जनों लोगों की मौत सिर्फ मधुमक्खियों के काटने से हो गई है. हालांकि, अभी तक मधुमक्खियों के आतंक को रोकने के लिए संबंधित विभाग के तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इसे लोग महज प्राकृतिक घटना या विपदा मानकर चल रहे हैं.