रांची: लाख कोशिशों के बाद भी झारखंड में मानव तस्करी का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा. इसकी बानगी गुरुवार को रांची एयरपोर्ट पर देखने को मिली, जब लातेहार से लाए गए बच्चों को रेस्क्यू किया गया. एयरपोर्ट पर गुप्त सूचना के आधार पर हरकत में आये प्रशासन ने गुरुवार को कुल 15 बच्चों को रेस्क्यू करने के साथ ही इन्हें ले जा रहे एक दंपत्ति और उनके बच्चों को लेकर टीम कोतवाली थाने पहुंची.
छुड़ाए गए कुल 15 बच्चों में से 11 नाबालिग हैं. इनके अलावा बच्चों को ले जा रहे दंपति के 3 बच्चे भी शामिल थे. बच्चों को लेकर जा रहा राजीव गंजू लातेहार के चंदवा का रहने वाला है और सभी बच्चे भी वही के बताए जा रहे हैं. सूचना के मुताबिक सभी बच्चों को फ्लाइट से जम्मू ले जाने की योजना थी.
छुड़ाए गए एक बच्चे ने बताया कि राजीव गंजू ने उससे कहा था कि जम्मू कश्मीर में उसे सारी सुख सुविधाएं मिलेंगी. साथ ही, बच्चों को तरह-तरह के सपने दिखाए गए थे. 11 नाबालिग बच्चों में सभी की उम्र 15 से 16 वर्ष के आसपास की है. ये बच्चे हवाई जहाज से जम्मू जाने को लेकर भी काफी उत्साहित थे. लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि जम्मू जाने के बाद उनकी जिंदगी के साथ क्या-क्या हो सकता था.
इधर, एयरपोर्ट से सबसे पहले बच्चों को कोतवाली थाने लाया गया, जहां इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई. उसके बाद सभी बच्चों को बाल आश्रम भेज दिया गया. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. साथ ही, यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसके पीछे किसी पेशेवर गिरोह का हाथ तो नहीं है.