गुमला: झालसा रांची व प्रधान जिला एव सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गुमला संजय कुमार चंद्रयाभी के मार्गदर्शन में मंडल कारा गुमला में मानव अधिकार दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन बंदियों के बीच किया गया. इस अवसर पर बंदियों को मानव अधिकार के महत्व के विषय में जानकारी दी गई. कार्यक्रम का नेतृत्व डालसा के पैनल अधिवक्ता विद्या निधि शर्मा तथा बुनदेश्वर गोप ने किया. बंदियों को बताया गया कि 10 दिसंबर के दिन अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है. तथा इसी दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानव अधिकार को अपनाया गया था. मानवाधिकार सार्वभौमिक है तथा किसी व्यक्ति को इनसे निवास, लिंग, जातीयता, राष्ट्रीयता, रंग, भाषा, धर्म या अन्य किसी कारण से वंचित नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने आगे बताया कि मानव अधिकारों के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण अधिकार शामिल हैं, जैसे की राष्ट्रीयता का अधिकार, गलत ढंग से गिरफ्तारी के ख़िलाफ अधिकार, गुलामी का निषेध, कही भी आने जाने और निवास की स्वतंत्रता का अधिकार आदि. हमारा देश मानव अधिकार संरक्षण के लिए सतत प्रयासरत है, ताकि समाज तथा देश का समुचित विकास हो सके. शिविर में डालसा के अधिवक्ता इंदु पांडे, जितेंद्र कुमार, पीएलभी, जेल के कर्मचारी तथा बंदीगण आदि मौजूद थे.