रांची : झारखंड में हरियाली कैसे छाएगी. इस पर भी सवाल उठने लगे हैं. हर साल वन विभाग एक करोड़ से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखता है. इस साल भी राज्यभर में एक लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. राज्य गठन से लेकर अब तक 22 करोड़ पौधे लगाए गए, जिसमें 11 करोड़ पौधे जमींदोज हो गए. यह चौंकानेवाला खुलासा आइएसएफआर की रिपोर्ट में हुआ है. फिलहाल पौधरोपण का काम जारी है. ये पौधे सार्वजनिक स्थल, जंगल क्षेत्र में विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से लगाए जा रहे हैं.
एक पौधा लगाने पर खर्च 85 रुपए
वन विभाग की ओर से पौधरोपण कार्य में एक पौधा लगाने में 85 रुपए का खर्च आता है. इतने बड़े पैमाने पर पौधरोपण होने के बावजूद झारखंड में घने वन क्षेत्र में कोई वृद्धि नहीं हो पाई है. घना वन क्षेत्र के साथ झाड़ी क्षेत्र में भी गिरावट दर्ज की गई है.
क्या कहते हैं आंकड़े
-घना वन क्षेत्र 2603.2 वर्ग किमी था, जो घटकर 2601.2 वर्ग किमी रह गया
-वन क्षेत्र 29.76 प्रतिशत से घटकर 29.62 प्रतिशत हो गया
-मध्यम वन क्षेत्र बढ़ा है 110 किलोमीटर दायरा
-झाड़ी क्षेज्ञ जो 688 वर्ग किलोमीटर था, वह घट कर 584.20 वर्ग किलौमीटर हो गया है.
-झाड़ियां चिह्नित की गयी हैं, जबकि 2019 में ये करीब 688 वर्ग किमी थी.
-खुला वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है, खुला वन क्षेत्र 11431.18 वर्ग किलोमीटर है