रांची। कुख्यात अमन साहू के टारगेट पर आजकल बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के अधीक्षक हामिद अख्तर है। अमन ने अपने गुर्गों को जेल अधीक्षक पर हमला करने के लिए हथियार उपलब्ध कराए है। अमन के गुर्गे मौका मिलते ही हमला करने को तैयार है। यह बातें कुख्यात अमन साहू ने लातेहार पुलिस की पूछताछ में बताते हुए कबूल किया है।

अमन को डाल दिया था विशेष सेल में जेल अधीक्षक ने

कुख्यात अमन ने पूछताछ में बताया कि होटवार में रहने के दौरान वह नेट का प्रयोग अपराधी अमजद गद्दी के मोबाइल नंबर से किया करता था। इसकी जानकारी होने पर जेल अधीक्षक ने उसे विशेष सेल में डाल दिया था। जहां से उसे मोबाइल का उपयोग करने व अपने सहयोगियों से संपर्क करने में दिक्कत हो रही थी। इसलिए उसने जेल अधीक्षक को सबक सिखाने की ठानी और जेल से ही अधीक्षक पर हमला कराने की योजना बना डाली।

बैंक ऑफ बड़ौदा में होता है वसूली के पैसे जमा

कुख्यात अमन साहु और सुजीत सिन्हा ने गैंग द्वारा वसूली गयी रंगदारी की रकम जमा करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता संख्या 00160200000673 खुलवाया है। यह अकाउंट अमन साहु ने गिरोह के सदस्य आनंद सोनकर द्वारा खुलवाया। इस खाते में आनेवाले रंगदारी के पैसे को अमन साहु व सुजीत सिन्हा अपने मित्रों, रिश्तेदारों, गैंग के सदस्यों व हथियार सप्लायरों को भेजते हैं। इस शातिर का संबंध कई राज्यों के आपराधिक गिरोह के सदस्यों से है।

गिरोह के पास 250 हथियार, पांच एके-47

अमन साहु गिरोह ने रंगदारी के पैसे से 250 हथियार खरीदे हैं। इसमें पाच एके-47, नी कार्बाइन, 70 कट्टा और 166 पिस्टल हैं। इसे गिरोह के लोगों में बांटा गया है। लातेहार निवासी प्रदीप गंझू को एक एके-47 दिया गया था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया था।

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