कासगंज : कासगंज जिले में नेशनल हाईवे 530 के निर्माण कार्य के दौरान एक दर्दनाक हादसा हुआ. मोहनपुरा क्षेत्र में जब खुदाई के दौरान पीली मिट्टी निकाली जा रही थी, तभी मिट्टी की एक ढाई ढह गई. इस हादसे में आठ महिलाएं दब गईं, जिनमें से चार महिलाएं और एक बच्ची की मौत हो गई. घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें इलाज के लिए अलीगढ़ रेफर कर दिया गया है.

क्या है पूरा मामला

मंगलवार सुबह, जब आसपास के गांवों की महिलाएं पीली मिट्टी लेने के लिए हाईवे पर पहुंची थी, तब यह हादसा हुआ. महिलाएं खुदाई कर रही थीं, इसी दौरान मिट्टी की ढाई अचानक ढह गई और कई महिलाएं उसमें दब गईं. घटना की जानकारी मिलने पर आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया. जिला प्रशासन, पुलिस और क्षेत्रीय विधायक देवेंद्र सिंह राजपूत भी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए. जेसीबी की मदद से मिट्टी हटाने का काम किया गया और सभी दबे महिलाओं को बाहर निकाला गया.

मृतकों की हुई पहचान

कासगंज हादसे में मृतकों की पहचान हो गई है. जिला अस्पताल में चिकित्सकों के अनुसार, मृतकों में सरस्वती (27 वर्ष), पत्नी रघुवीर, निवासी रामपुर थाना बाजार, कासगंज, राम बेटी (27 वर्ष), पत्नी दानपाल, निवासी कासगंज, प्रेमा देवी (36 वर्ष), पत्नी गंगा प्रसाद, निवासी कासगंज और पिंकी (10 वर्ष), पुत्री मनपाल सिंह, निवासी कासगंज शामिल हैं.

इलाज के बाद दो घायल रेफर

वहीं, घायलों की पहचान माहेश्वरी (42 वर्ष), पत्नी चंद्रपाल, निवासी रामपुर, कासगंज, कृष्ण (45 वर्ष), पत्नी सुरेश, निवासी कुन्नौर, कासगंज, प्रेम सिंह (30 वर्ष), पुत्र नाथू सिंह, निवासी कासगंज, अर्जुन (8 वर्ष), पुत्र शिशुपाल, निवासी कातोर व हेमवंती (36 वर्ष), पत्नी भूपेंद्र, निवासी रामपुर, कासगंज के रूप में हुई है.

डीसी एसपी पहुंचे घटनास्थल, राहत कार्यों का लिया जायजा

घटना के तुरंत बाद जिलाधिकारी मेगा रूपम और पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों का जायजा लिया और अधिकारियों को घटनास्थल पर और जांच करने का निर्देश दिया. जिला प्रशासन की टीम ने यह सुनिश्चित किया कि कोई और व्यक्ति तो मलबे में दबा नहीं है.

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