नई दिल्ली : भारतीय थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे अमेरिका दौरे पर हैं. आर्मी चीफ के दौरे का आज तीसरा दिन है. आज आर्मी चीफ फ्लोरिडा में फोर्ट मायर्स स्थित अमेरिकी सेना के बेस कैंप पहुंचे, जहां उन्हें ऑनर गार्ड दिया गया. इसके बाद आर्मी चीफ अर्लिंगटन नेशनल सीमेट्री (कब्रिस्तान) गए, जहां उन्होंने बलिदान हुए सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त किया. आर्मी चीफ ने अमेरिकी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ समेत कई अन्य शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात की.
General Manoj Pande COAS, during his ongoing official visit, reviewed the US Army Honour Guard on arrival at Fort Myers and thereafter in a solemn ceremony, paid respect by laying a wreath at the Tomb of the Unknown Soldier at the Arlington National Cemetery Arlington National… pic.twitter.com/CASraAvVQB
— ANI (@ANI) February 15, 2024
शीर्ष सैन्य अधिकारियों से की मुलाकात
भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर बताया कि जनरल मनोज पांडे के अमेरिका दौरे पर दोनों देशों में सैन्य सहयोग बढ़ाने और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर फोकस किया जाएगा. अमेरिका दौरे पर थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने फोर्ट बेलवोयर स्थित आर्मी जियोस्पेटियल सेंटर और फोर्ट मैकनेयर स्थित नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी का भी दौरा किया. साथ ही जनरल मनोज पांडे ने अमेरिका के 1 कॉर्प्स के मुख्यालय का भी दौरा किया. जनरल मनोज पांडे ने अमेरिकी सेना की रणनीति और अविष्कार यूनिट के प्रमुखों, मल्टी डोमेन टास्क फोर्स और स्पेशल फोर्सेस ग्रुप के अधिकारियों से भी मुलाकात की.
स्ट्राइकर इंफ्रेंट्री व्हीकल को लेकर हुई बातचीत
थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे चार दिवसीय दौरे पर 13 फरवरी को अमेरिका पहुंचे थे. 16 फरवरी तक चलने वाले उनके इस दौरे पर दोनों देशों के बीच ट्रेनिंग, साथ मिलकर हथियारों के विकास और उत्पादन को लेकर बातचीत होगी. इस दौरे पर अमेरिकी सेना अधिकारी, भारतीय थलसेना के अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे को अपनी स्ट्राइकर इंफेंट्री व्हीकल्स का भी प्रदर्शन करेंगे. दोनों देशों के बीच इन स्ट्राइकर इंफेंट्री व्हीकल्स को लेकर बातचीत चल रही है और भारत ने इनमें रुचि दिखाई है. स्ट्राइकर इंफेंट्री व्हीकल एक आठ पहियों वाली बख्तरबंद गाड़ी है, जिसमें एक वक्त मे जवान बैठ सकते हैं और यह गाड़ी कई अत्याधुनिक हथियारों और संचार साधनों से लैस है. अशांत इलाकों में यह स्ट्राइकर इंफेंट्री व्हीकल्स काफी अहम साबित हो सकते हैं.
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