JoharLive Desk
सर्दियों का मौसम आते ही ड्राय स्किन या सूखी त्वचा हमें परेशानी में डाल देती है। इस दौरान यह समस्या आम है और इसका घरेलू स्तर पर भी इलाज किया जा सकता है। दादी मां के नुस्खों जैसे कई घरेलू नुस्खे हैं जो हमें सूखी त्वचा की परेशानियों से निजात दिला सकते हैं। सर्दियों में त्वचा सूखने को चिकित्सा की भाषा में विंटर जेरोसिस कहा जाता है। आइये जानें कुछ कुदरती घरेलू नुस्खों के बारे में-
पेट्रोलियम जैली
पेट्रोलियम जैली बरसों से मॉइश्चराइजर के तौर पर इस्तेमाल की जाती रही है। इसे मिनेरल ऑइल के नाम से भी जाना जाता है। 2017 के एक अध्ययन में पाया गया कि यह बूढ़े लोगों की त्वचा के लिए चमत्कारिक परिणाम देती है। इसलिए उम्र बढ़ने के साथ सूखने वाली त्वचा के लिए यह रामबाण घरेलू नुस्खा कहा जा सकता है।
एलोवेरा
2003 के एक अध्ययन के मुताबिक एलोवेरा जेल सूखी त्वचा से राहत देती है। जिन लोगों की हाथों या पैरों की त्वचा सूखती हो वह एलोवीरा जेल लगाकर उस हिस्से को मोजे या ग्लव्ज से ढंककर रख सकते हैं। बेहतर यही होगा कि रात को सोने से पहले यह जेल लगाया जाए। शरीर के दूसरे हिस्सों में भी त्वचा के लिए एलोवेरा जेल फायदेमंद ही होता है।
सूरजमुखी तेल
2013 में किए गए एक सर्वेक्षण में पाया गया था कि सनफ्लावर सीड्स ऑयल यानी सूरजमुखी का तेल, बांहों पर इस्तेमाल करने पर बेहद कारगर मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है। इसी अध्ययन में पाया गया कि जैतून के तेल से त्वचा की प्रतिरोधक सतह को नुकसान होता है। इससे यह भी पता चला कि सभी कुदरती तेलों को मॉइश्चराइजर के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
नारियल तेल
हमारी त्वचा के लिए नारियल का तेल भी बहुत अच्छा होता है। 2014 के एक सर्वेक्षण के मुताबिक सूखी त्वचा के लिए नारियल का तेल पेट्रोलियम जैली जितना ही प्रभावी और सुरक्षित है। यह भी पाया गया कि यह त्वचा की नमी को सुधार कर त्वचा की सतह पर लिपिड्स (वसा) की मात्र भी बढ़ाता है। 2016 के एक अध्ययन के मुताबिक नारियल के तेल में सेचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं जिनमें त्वचा को नर्म-मुलायम करने वाले गुण (एमोलिएंट प्रॉपर्टीज) होते हैं। यह ऐसे फैट्स या तेल होते हैं जो सूखी त्वचा के बीच की खाली जगहों को भरकर उसे मुलायम बनाते हैं।
ओटमील
ओटमील एक और ऐसी कुदरती वस्तु है जो त्वचा सूखने की समस्या से निजात दिला सकता है। नहाने के पानी में ओटमील मिलाकर या उसकी मौजूदगी वाला क्रीम इस्तेमाल करने से फायदा होता है। 2015 के एक अध्ययन के मुताबिक ओटमील में प्रज्वलनरोधी (एंटीइन्फ्लेमेटरी) और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जिनकी वजह से सूखी त्वचा के मामलों में फायदा होता है।
दूध
दूध को त्वचा पर लगाने की बजाय उसे पीना सूखी त्वचा की मुश्किलातों से राहत दे सकता है। 2015 के एक अध्ययन के मुताबिक आहार में दूध को शामिल करने का सूखी त्वचा को फायदा पहुंचता है। दूध में मौजूद फैट फॉस्फोलिपिड ने प्रयोग के दौरान चूहों की त्वचा में सुधार दिखाया था। इंसानों पर इसके पूरे फायदों को जानने के लिए अभी और रिसर्च की गुंजाइश भी इस अध्ययन में बताई गई थी।
शहद
2012 के कुछ अध्ययनों के मुताबिक शहद, त्वचा की कई तरह की बीमारियों में लाभदायक होता है। यह सूखी त्वचा को नम रखने और जलन से राहत में मदद देता है। उपरोक्त सभी गुण इस बात को जाहिर कर देते हैं कि घर पर सूखी त्वचा के इलाज के लिए शहद का इस्तेमाल एक सही विकल्प है। यह पूरी तरह से प्राकृतिक है और सीधे त्वचा पर भी लगाया जा सकता है।
रांची: देश के तीन सर्वश्रेष्ठ थाना में से एक अवार्ड झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत…
जामताड़ा: संविधान दिवस के अवसर पर जामताड़ा पुलिस द्वारा संविधान की उद्देशिका का पाठ कर…
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की चुनावी जीत के बाद, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी…
गोड्डा: अदाणी अन्नपूर्णा कार्यक्रम के अंतर्गत 26 नवंबर को डुमरिया पंचायत भवन में वर्मी कम्पोस्ट…
चंडीगढ़: 26 नवंबर को चंडीगढ़ से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां फेमस रैपर…
रांची: झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी दो दिवसीय संथाल दौरे पर पहुंचे. उन्होंने सबसे…
This website uses cookies.