गिरिडीह: गिरिडीह के डुमरी अनुमंडल क्षेत्र में स्थित निमियाघाट थाना का निरीक्षण हाल ही में गृह मंत्रालय, भारत सरकार की एक टीम द्वारा किया गया. इस निरीक्षण के दौरान गिरिडीह पुलिस कप्तान डॉ. विमल कुमार और SDPO सुमित प्रसाद भी उपस्थित थे. टीम ने थाने की कार्यप्रणाली और सुविधाओं का बारीकी से आकलन किया. गृह मंत्रालय देशभर में मॉडल थानों की पहचान कर रहा है, जिसके लिए विशेष मापदंडों को ध्यान में रखा जा रहा है. निमियाघाट थाना को मॉडल थाना बनाने के लिए निम्नलिखित विशेषताओं का होना आवश्यक है.
आगंतुकों के लिए एक प्रतीक्षा कक्ष होना अनिवार्य है, महिलाओं की सहायता के लिए विशेष डेस्क की आवश्यकता है, महिला कैदियों के लिए अलग और सुसज्जित लॉक अप होना चाहिए, दीवारों और छत में नमी नहीं होनी चाहिए, कैदियों के लिए साफ-सुथरी और सुरक्षित हवालात होनी चाहिए, लॉक अप क्षेत्र की सीसीटीवी द्वारा निगरानी की जानी चाहिए, लॉक अप का फर्श सुरक्षित और साफ होना चाहिए, पुरुष और महिला कैदियों के लिए अलग लॉक अप की व्यवस्था होनी चाहिए, कैदियों के लिए स्वच्छ शौचालय की सुविधा होनी चाहिए, रिकॉर्ड को सीलबंद कैबिनेट में सुरक्षित रखना चाहिए.
SDPO सुमित प्रसाद ने कहा, “यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि MHA ने हमारे क्षेत्र के निमियाघाट थाने का सर्वेक्षण किया. हमने पूरी तैयारी की थी और जो भी परिणाम होगा, उसे स्वीकार करेंगे. यह निरीक्षण हमारे थाने की कार्यप्रणाली में सुधार का एक सुनहरा अवसर है.” उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान ध्यान दिए गए बिंदु थाना प्रशासन के लिए सुधार और उन्नति के संकेत हैं, जैसे प्रतीक्षा कक्ष, महिला लॉक अप की सुविधा और सीसीटीवी कवरेज.