रांची : झारखंड में मुख्यमंत्री बदलने का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है. हेमंत सोरेन को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. मीडिया के माध्यम से यह खबर आने के बाद असम के मुख्यमंत्री और झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा कि यह बहुत दुखद है कि झारखंड में जेएमएम और कांग्रेस पार्टी द्वारा एक वरिष्ठ आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया. मुझे पूरा विश्वास है कि झारखंड की जनता इस फैसले की कड़ी निंदा करेगी और इसे पूरी तरह से खारिज करेगी.
वहीं झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर कुमार बाउरी ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा कि “चंपाई सोरेन जैसे वरिष्ठ नेता के साथ सोरेन परिवार का यह व्यवहार बेहद शर्मनाक और निंदनीय है. झारखंड में चुनाव होने में अब कुछ ही महीने बचे हैं, लेकिन सोरेन परिवार सत्ता के लिए इतना बेताब है कि वह एक दिन भी इससे दूर नहीं रह सकता. वैसे भी हेमंत सोरेन जेल से ही सरकार चला रहे थे, लेकिन जैसे ही वह जमानत पर जेल से बाहर आए, वह फिर से गद्दी पर बैठने के लिए बेताब हो गए. हेमंत सोरेन ने पिछले पांच सालों में झारखंड को शर्मसार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. मालूम हो कि बुधवार को सीएम हाउस में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, सत्ताधारी पार्टी के विधायकों और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर की मौजूदगी में हुई बैठक में हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर सहमति बनी थी. यह भी तय हुआ था कि इसकी जानकारी आज ही राजभवन जाकर दी जाए. इसके साथ ही हेमंत सोरेन राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे.