पाकुड़: आदिवासी छात्रों की बेरहमी से पिटाई की घटना निंदनीय है. जिस तरीके से पुलिस ने छात्रों पर लाठियां बरसाई, वो देश के किसी भी प्रदेश में अब तक नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मेरी तीन मांगें हैं. पहले छात्रों के खिलाफ जो केस दर्ज किया गया है, उसे वापस लिया जाए. दूसरा घायल छात्रों का सही से इलाज कराया जाए और तीसरा दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करें. यह बातें गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने केकेएम कॉलेज के आदिवासी हॉस्टल में कही. वह पुलिस एवं आदिवासी छात्रों के बीच उत्पन्न विवाद में घायल छात्रों से मिलने पहुंचे थे. उन्होंने छात्रों से मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी ली. इसके बाद छात्रों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. उन्होंने मामले पर झारखंड के राज्यपाल व डीजीपी से वार्ता करने का भी भरोसा दिया. केंद्र सरकार को भी मामले से अवगत कराने की बात कही. इससे पहले श्री सरमा महेशपुर के गायबथान गांव पहुंचे. जहां उन्होंने हाल ही में जमीन विवाद में घायल आदिवासी समाज के लोगों से मुलाकात की. इधर प्रशासन के द्वारा सुरक्षा का हवाला देकर गोपीनाथपुर दौरे पर रोक लगा दी गई. जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को घेरने का प्रयास किया. कहा कि जिस राज्य में एक मुख्यमंत्री को सुरक्षा नहीं मिल सकता, वहां की जनता की सुरक्षा का क्या हाल होगा.