यरूशलम. फिलिस्तीनी हमलावर के इजराइल के तेल अवीव (Israel Terror Attack) में 5 लोगों की हत्या किए जाने के बाद इजराइली सुरक्षा बल और एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक रमजान के पवित्र मुस्लिम महीने से पहले बड़े स्तर पर हिंसा की आशंका जताई गई है. यह हमला पिछले दो हफ्तों में पांचवां हमला है. इन सभी हमलों में अब तक 11 इजरायली नागरिक मारे गए हैं.
रिपोर्ट्स बताती हैं कि सालों बाद इतने कम वक्त में इतने अधिक इजराइली आम लोग मारे गए हैं. इजराइली सेना ने कहा है कि उसने वेस्ट बैंक में अपनी तैनाती बढ़ा दी है. इजराइल के विदेश मंत्री यायर लापिड ने कहा कि मई में 2021 में गाजा युद्ध के बाद से इजराइली सुरक्षा बल अपने उच्चतम स्तर पर अलर्ट पर थे. इजराइल के अधिकारियों ने अप्रैल में मुस्लिम पवित्र रमजान के महीने में हमलों में बढ़ोतरी के बारे में चेतावनी दी थी, इस अवधि के दौरान इतिहास में हिंसा बढ़ी है.
हमले के बाद इजराइली पीएम नफ्ताली बेनेट ने सीनियर सुरक्षा अधिकारियों से बातचीत की और हिंसा की निंदा की है. उन्होंने एक बयान में कहा है कि इजराइल घातक अरब आतंकवाद की लहर का सामना कर रहा है. उन्होंने आगे कहा है कि हमारे सुरक्षा बल काम कर रहे हैं. हम दृढ़ता, परिश्रम के साथ आतंक से लड़ेंगे। वे हमें यहां से नहीं हिला सकते हैं. हम और मजबूत होंगे.
वहीं, इस्लामी संगठन हमास ने हमले की तारीफ की है. हमास ने इस हमले को वीरतापूर्ण ऑपरेशन बताया है लेकिन हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. हमास के जुड़े एक अधिकारी मोशीर अल-मसरी ने हमले को लेकर कहा है कि यह दक्षिणी इजराइल के नेगेव में आयोजित शिखर सम्मेलन की प्रतिक्रिया थी, जिसमें चार अरब विदेश मंत्री पहली बार एक राजनयिक बैठक के लिए इजराइल पहुंचे. इस कदम ने कई फिलिस्तीनियों को नाराज किया है. लोगों ने अरब देशों के इस कदम को विश्वासघात के तौर पर देखा है.