Joharlive Team
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को पश्चिम सिंहभूम के बुरुगुलिकेला गांव पहुंचे जहां उन्होंने मृतकों के परिवार से मुलाकात की। साथ ही उन्होंने स्थिति का जायजा भी लिया। मृतकों के परिजनों से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि दहशत का माहौल बनाने वाले कामयाब नहीं होंगे और उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। कानून को हाथ में लेने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। मालूम हो कि रविवार को पत्थलगड़ी के बहाने निजी दुश्मनी में पूर्व मुखिया के पति के गुट ने उपमुखिया समेत सात लोगों की हत्या की थी। सातों के सिर कटे शव पुलिस ने घटना के चौथे दिन बुधवार को गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेला गांव के पास एक खाई से बरामद की थी।
इधर, सात ग्रामीणों की निर्मम हत्या से संबंधित पूरी घटना की जांच एसआईटी करेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एसआईटी गठन का आदेश दे दिया है। घटना पर दुख जताते हुए हेमंत ने प्रोजेक्ट भवन में सीएस, गृह सचिव और डीजीपी समेत वरीय पुलिस अफसरों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। कहा- एसआईटी एक समय-सीमा तय कर घटना के सही कारणों का उद्भेदन करें और दोषियों को चिह्नित कर रिपोर्ट दें। इसके बाद सरकार पीड़ित परिवारों की पूरी मदद करेगी।
बताते चलें कि बुरुगुलीकेरा गांव के उपमुखिया जेम्स बुढ़ के अलावे लोंबा बुढ़, निर्मल बुढ़, जबरा बुढ़, कोंजें टोपनो, वोवास लोमगा, एतवा बुढ़ की हत्या सरेआम गुलीकेरा पंचायत के पूर्व मुखिया मुक्ता कुई के पति रांसी बुढ़ के आंगन में ही की गई थी। सैकड़ों पुलिस बल के साथ पहुंचे एसपी और डीसी के सामने पत्थलगड़ी नेता व हत्या का मुख्य आरोपी पूर्व मुखिया का पति रांसी बुढ़ ने दहाड़ कर कहा- ये सातों उत्पाती थे।
हमारे घरों को पीएलएफआई के साथ आकर तोड़फोड़ करते थे। इसलिए ग्राम सभा ने सजा दे दी। एसपी से कहा कि हमें पांच बंदूकें दे दो, फिर खेल देखो। सरेआम सात नरसंहार और कबूलनामे के बावजूद पुलिस-प्रशासन एक भी गिरफ्तारी नहीं कर पाया। सिर्फ तीन लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, दूसरी ओर लापरवाही पर गुदड़ी थाना के थानाप्रभारी सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार को निलंबित कर दिया गया है।