रांची। हेमंत सोरेन सरकार ने मत विभाजन के बाद विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया। विश्वास मत के पक्ष में 48 मत पड़े और विपक्ष में 0 मत प्राप्त हुए। इसके साथ ही स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।भाजपा के नीलकंठ मुंडा ने पलटवार करते हुए कहा, “झारखंड के लोगों का मानना है कि सरकार डर में है.
विपक्ष, न्यायपालिका या राज्यपाल में से किसी ने भी विश्वास मत नहीं मांगा, फिर यह डर क्यों? प्रस्ताव दिखाता है कि सरकार को अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है.”हेमंत सोरेन ने विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश कर दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने ये सत्र लोकतंत्र को बचाने के लिए बुलाया है.
सोरेन ने कहा, “बीजेपी के लोग देश में आए दिन विधायकों की खरीद फरोख्त करते हैं. लोग सामान खरीदते हैं, लेकिन बीजेपी विधायकों का सौदा करती है. भाजपा हमारी सरकार को अस्थिर करने का काम करती है.”भाषण के बाद विधानसभा में स्पीकर ने विपक्ष को विश्वास मत पर बहस करने के लिए कहा.
इस दौरान झारखंड विधानसभा में विपक्ष के कुछ विधायकों ने बेल में आकर प्रोटेस्ट किया. विपक्ष के विधायक ने पलामू में महादलित के मकान को तोड़ने का मुद्दा उठाया. इसी के साथ विपक्ष ने दुमका में अंकिता सिंह को जलाने का मुद्दा भी उठाया.