Joharlive Team
दुमका। झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक मॉडल की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाने के मामले में मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर तत्काल अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की है।
श्री मरांडी ने शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि करीब एक सप्ताह से सोशल मीडिया और मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म में यह खबरें घूम रही थी कि मुंबई की एक मॉडल के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कई साल पूर्व कथित तौर पर बलात्कार किया था। साल 2013 में एक युवती ने हेमंत सोरेन और एक अन्य व्यक्ति सुरेश नागरे के खिलाफ दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगाते हुए स्थानीय अदालत में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद उसने शादी और केस न लड़ पाने का हवाला देते हुए मामला वापस ले लिया था।
भाजपा नेता ने कहा कि अब आठ दिसंबर 2020 को फिर उसी युवती ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ गम्भीर आरोप लगाते हुए मुंबई के बांद्रा थाने में शिकायत दर्ज करायी है। युवती का आरोप गंभीर है, इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नैतिकता के नाते तुरंत अपने पद से इस्तीफा देकर स्वयं केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से पूरे मामले की जांच की अनुशंसा करनी चाहिए। जब तक मुख्यमंत्री आरोप मुक्त नहीं होते हैं तब तक उन्हें अपने को मुख्यमंत्री के पद से अलग रखना चाहिए।
श्री मरांडी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के कई निर्णय है कि ऐसे जघन्य अपराधों में बिना जांच के मामला वापस नहीं हो सकता है। देश के इतिहास में पहली बार हो रहा है जब एक सत्ता पर आसीन एक मुख्यमंत्री के खिलाफ बलात्कार के आरोप लगे हैं। साल 2013 में जिस वक्त हेमंत सोरेन पर आरोप लगा था तब भी वह मुख्यमंत्री थे और आज भी वह मुख्यमंत्री हैं।
भाजपा विधायक दल के नेता ने कहा कि बलात्कार का आरोप होने के बावजूद कोई मुख्यमंत्री के पद पर एक क्षण भी कैसे रह सकता है। देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है जब दुष्कर्म का आरोपी मुख्यमंत्री के पद पर रहा हो। इसलिए नीति का तकाजा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपने पद से अविलम्ब इस्तीफा देना चाहिए।