जामताड़ा: देर रात को अचानक से आए तेज आंधी ने पूरे शहर की सूरत बदल डाली. इसका पता लोगों को सुबह बाजार निकलने पर चला. शहर में कहीं पेड़ उखड़ गए तो कहीं डालियां टूट कर सड़क पर आ गई, किसी के दुकान के छत उड़ गए. शुरुआत आंधी से हुई जो अपने साथ धूल का गुब्बार लेकर आई थी. आंधी आने के बहुत देर बाद बारिश शुरू हुई. बारिश आने से लोगों ने राहत महसूस की नहीं तो धूल भरी आंधी काफी परेशानी उत्पन्न कर रही थी. गांधी मैदान के समीप एक बड़ी सी पेड़ की डाली सड़क पर गिरी जिससे दिन में काफी लोगों को यातायात में असुविधा का सामना करना पड़ा.
इस तेज आंधी में काफी लोगों की दुकान के छत उड़ गए और इधर-उधर का सारा कचरा सड़क पर जमा हो गया. महिला महाविद्यालय के व्याख्याता नटवर सर के घर का आज ढलाई होना था पर देर रात में ही उनके घर का सेंटरिंग लोहे का प्रेम समेत उलट गया. इस तेज आंधी का व्यापक असर आम दिनचर्या पर दिखाई दिया. जहां रविवार होने के बावजूद लोगों को बिजली के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा. देर रात में शुरू हुई आंधी के बाद से गई बिजली रानी पूरे दिन लोगों को सताती रही. दोपहर के बाद बिजली की स्थिति में काफी हद तक सुधार हो पाया.