शिमला : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में करीब दो साल बाद बर्फबारी हुई है. पूरे शिमला शहर ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. शिमला शहर व इसके ऊपरी क्षेत्रों में हुए भारी हिमपात से ऊपरी क्षेत्रों का राजधानी शिमला से सम्पर्क कट गया है. बर्फबारी होने के चलते ऊपरी शिमला को जोड़ने वाले मार्ग यातायात के लिए बाधित हो गए हैं. वहीं एचआरटीसी के 276 रूटों पर पूरी तरह से बस सेवाएं बंद हो गईं और 64 बसें विभिन्न रूटों पर फंस गई हैं.
निगम अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार कुफरी, नारकंडा क्षेत्रों में भारी बर्फबारी से मार्गों में फिसलन अधिक है. इस कारण बसों का संचालन बंद कर दिया है. वहीं रात्रि सेवाएं भी आगामी दिनों के लिए बंद कर दी गई है. अब मार्ग खुलने के बाद ही बस सेवाएं बहाल होंगी. अधिकारियों ने बताया कि बस अड्डों में बसें ऊपरी शिमला के जाने वाले रूटों के लिए खड़ी हैं. मार्ग खोलने से पहले ट्रायल पर एक बस भेजी जाएगी. यदि ट्रायल सफल रहा तो ही अन्य बसें रूटों पर भेजी जाएंगी.
शिमला शहर में भी गुरुवार को बर्फबारी देखने को मिली. इस दौरान सुबह तो मौसम ठीक रहा लेकिन 11 बजे के बाद मौसम बिगड़ा और शिमला शहर के दांडा तक बर्फबारी हुई. इस दौरान शिमला शहर में बसों के पहिए थम गए. वहीं छोटी गाड़ियां भी नहीं चल पाई. ऐसे में कर्मचारी पैदल ही कार्यालयों के लिए पहुंचे. वहीं शाम को बसों की संभावना कम देखते हुए जल्द ही कार्यालय से निकल गए. करीब 4 बजे के बाद एक से-दो बसें ट्रायल के लिए बनाहट्टी व शोपी की और भेजीं लेकिन वे भी धीर-धरि अपने गंतव्य तक पहुंचीं. बर्फबारी के चलते शिमला से कांगड़ा, धर्मशाला, मंडी आदि क्षेत्रों को जाने वाली बसें तवी-टुटु मार्ग पर फंसी रहीं. सड़क मार्ग पर फिसलन होने के कारण बसें भी देरी से रूटों पर गई. वहीं कांगड़ा-हमीपुर से आने वाली बसें शिमला आई. एसबीटी नहीं पहुंच पाई.
इन क्षेत्रों में अधिक परेशानी
प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार ऊपरी शिमला कुफरी, नारकंडा, खट्टापत्थर, कोटखाई, ठियोग, मतियाना में भारी हिमपात रिकॉर्ड किया गया है, जिससे सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं. हालांकि सड़कों को बहाल करने के लिए बुद्ध स्तर कार्य किया जा रहा है लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी के चलते सड़कों को पाहनों की आवाजाही के लिए बहाल नहीं किया जा सका है. वहीं सड़कों पर बर्फ जमने के चलते बाहन स्किड हो रहे हैं. बताया गया कि यदि मौसम साफ रहा और सड़कें बसें चलाने की स्थिति में हुई तो ही ऊपरी शिमला को बसें भेजी जाएंगी. वहीं शिमला शहर में स्थिति के अनुसार बस चलाई जाएंगी. साथ ही चंबा का खजियार इलाका मोटी बर्फ की चादर से ढक गया है, क्योंकि इस क्षेत्र में भारी बर्फबारी हो रही है.