सीतामढ़ी : बिहार शिक्षा विभाग ने एक विद्यालय के सभी शिक्षकों के वेतन पर लगाई रोक लगा दी है. दरअसल सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर अंतर्गत इब्राहिमपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में ठंढ़ से बचने के लिए शिक्षक अलाव ताप रहे थे. इसी दौरान किसी ने फोटो खींचकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. यह फोटो नए साल का बताया जा रहा है. अब शिक्षा विभाग ने इन सभी शिक्षकों के वेतन पर तत्काल रोक लगा दिया है. साथ ही पत्र जारी करते हुए इनसे 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण की मांग कर दी है.
क्या लिखा है पत्र में
पत्र साल के पहले दिन का है. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी सीतामढ़ी प्रमोद कुमार साहु ने रुन्नीसैदपुर के इब्राहिमपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक को पत्र जारी कर आदेश दिया है. पत्र के माध्यम से जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद कुमार साहु का कहना है कि एक जनवरी 2024 को नये साल के मौके पर WhatsApp के माध्यम से तस्वीर भेजते हुए सूचित किया गया है कि उत्क्रमित मध्य विधालय इब्राहिमपुर, रुन्नीसैदपुर में शिक्षण का कार्य नहीं हो रहा है. विद्यालय के सभी शिक्षक वर्ग के बाहर आग सेंक रहे हैं. इससे प्रथम दृष्टया स्पष्ट होता है कि आप अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही तथा स्वेच्छाचारिता दर्शा रहे हैं. इसलिए इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण 24 घंटे के अंदर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. अन्यथा आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने हेतु अधोहस्ताक्षरी की बाध्यता होगी. प्राप्त स्पष्टीकरण पर अंतिम निर्णय होने तक आपका एवं विद्यालय में पदस्थापित सभी शिक्षक और शिक्षिकाओं का वेतन स्थगित किया जाता है.
के के पाठक का नया फरमान
बता दें कि स्कूल में पढ़ाई व्यवस्था को लेकर अपर मुख्य सचिव के के पाठक बेहद गंभीर हैं. वो लगातार खुद जिलों में जाकर स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं. सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक कक्षा संचालन का नया फरमान जारी किया गया है. शिक्षकों को कक्षा लेने के लिए भी सख्त निर्देश दिए गए हैं. के के पाठक अपने अधिकारियों के जरिए अब स्कूलों का निरीक्षण करा रहे हैं. उन्होंने इस बीच एक पत्र हाल में ही सभी डीएम को जारी किया है. जिसमें शिक्षकों की छुट्टी और स्कूल में उनकी उपस्थिति को लेकर सख्ती बरतने की बात कही गयी है. के के पाठक ने नए आदेश में कहा है कि अब व्हाट्सएप पर शिक्षकों की छुट्टी स्वीकार्य नहीं होगी. वो भौतिक रूप से जाकर अपना आवेदन दें. वहीं आदेश दिया गया कि अब एक बार नहीं बल्कि दो बार स्कूलों का औचक निरीक्षण दिन में हो. के के पाठक को यह जानकारी मिली है कि कुछ शिक्षक निरीक्षण का इंतजार करते हैं और फिर दोपहर में स्कूल से निकल जाते हैं. के के पाठक ने ऐसे शिक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
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