रांची: रिम्स में अव्यवस्था को लेकर दायर पीआईएल मामले में शुक्रवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. जिसमें स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह और रिम्स डायरेक्टर डॉ राजकुमार दोनों सशरीर हाजिर हुए. इस दौरान कोर्ट ने पूछा कि रिम्स की ऐसी हालत क्यों है. इस पर स्वास्थ्य सचिव और डायरेक्टर अपना-अपना राग अलापने लगे. ऐसे में हाईकोर्ट ने साफ कहा कि हॉस्पिटल को बेहतर बनाने के लिए अधिकारी अपने ईगो को साइड में रख दे.

अगर ऐसा ही चलता रहा तो रिम्स की हालत और खराब हो जाएगी. इस दौरान सचिव और डायरेक्टर ने हॉस्पिटल में चल रहे कार्यों और आने वाले समय को लेकर तैयार रोडमैप से भी अवगत कराया. इसके बाद कोर्ट ने रिम्स को एफिडेविट देने को कहा. अब इस मामले की अगली सुनवाई जुलाई में होगी.

बता दें कि गुरुवार को भी रिम्स को लेकर सुनवाई हुई थी. जिसमें कोर्ट ने कई मामलों पर डायरेक्टर से सवाल पूछे थे. उसमें मरीजों का जमीन पर इलाज, दवा की कमी, हॉस्पिटल में वीआईपी कल्चर, डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस जैसे मामले शामिल थे. बता दें कि अपर बाजार के ज्योति शर्मा ने रिम्स को लेकर पीआईएल दायर किया है.

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