जमशेदपुर: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी रविवार देर रात जमशेदपुर पहुंचे. यहां उन्होंने एमजीएम और सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान सबसे पहले सदर अस्पताल गए. इसके बाद एमजीएम अस्पताल पहुंचे. उन्होंने एमजीएम की इमरजेंसी समेत अन्य विभागों का जायजा लिया, जहां अव्यवस्था देखकर उन्होंने नाराजगी जताई.मंत्री ने कहा कि अस्पताल की हालत चिंताजनक है और इसमें जल्द सुधार जरूरी है. मरीजों के लिए पर्याप्त बेड नहीं होने पर उन्होंने अधीक्षक से जवाब मांगा और सख्त लहजे में कहा कि यदि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने अस्पताल स्टाफ से संसाधनों की कमी की सूची मांगी ताकि सरकार उस पर शीघ्र निर्णय ले सके. वहीं निर्माणाधीन नई बिल्डिंग में हो रही देरी को लेकर निर्माण एजेंसी पर भी कार्रवाई की बात कही गई.देर रात इरफान अंसारी ने सदर अस्पताल का भी निरीक्षण किया और आईसीयू, एनआईसीयू समेत अन्य विभागों का दौरा किया। उन्होंने पाया कि आईसीयू में बेड बेहद कम हैं, जिस पर तत्काल संख्या 100 से बढ़ाकर 300 करने की बात कही गई.
मंत्री ने ऐलान किया कि जिले में जल्द ही एक नया मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा और इसके साथ ही सदर अस्पताल को 500 बेड का बनाया जाएगा. अस्पताल में पानी की कमी पर भी संज्ञान लेते हुए उपायुक्त को व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया गया है.इरफान अंसारी ने बताया कि हाल ही में हैदराबाद दौरे पर उन्होंने झारखंड के कई डॉक्टरों से मुलाकात की और उन्हें राज्य में वापस सेवा देने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि झारखंड में काम करने वाले पीजी और अन्य डॉक्टरों के लिए पांच साल तक अनिवार्य सेवा देने की योजना बनाई गई है.
इसके अलावा राज्य में 300 से 400 डॉक्टरों को बाहर से लाकर तैनात करने की तैयारी की जा रही है. निरीक्षण के दौरान एमजीएम अधीक्षक डॉ. मंधान, सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल समेत कई वरिष्ठ चिकित्सक और कर्मचारी मौजूद थे.
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