Joharlive Team

  • झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्टस ने वित्त मंत्री को ज्ञापन सौंपा

रांचीः पत्रकारों को भी राज्य सरकार गंभीरता से लेती है। इसलिए सामान्य किस्म की सुरक्षा बीमा से बेहतर होगा कि उन्हें स्वास्थ्य बीमा का लाभ प्रदान किया जाए। वर्तमान में भले ही सरकार कोरोना की व्यवस्थाओं को लेकर काफी व्यस्त है। लेकिन इसी बीच मुख्यमंत्री से विचार विमर्श कर राज्य के पत्रकारों के लिए भी कल्याण योजनाएं लागू की जाएंगी। यह बातें आज राज्य के वित्त मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर ऊरांव ने कही। सिर्फ बीमा का प्रीमियम भरने से तो बेहतर होगा कि कोई ऐसा इंतजाम हो जो वाकई पत्रकारों के काम आये। उन्होंने कहा कि इसमें थोड़ा समय लग सकता है क्योंकि मुख्यमंत्री सहित राज्य के सभी मंत्री अभी कोरोना की लड़ाई में जूझ रहे हैं। फिर भी समय मिलते ही इस पर अवश्य चर्चा होगी और लॉक डाउन टूटने के बाद झारखंड यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के प्रतिनिधिमंडल से वह इन तमाम पत्रकार कल्याण के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा भी करेंगे।
इस बीच राज्य सभा सांसद धीरज साहू ने भी इस विषय को गंभीर मानते हुए कहा है कि लॉक डाउन टूटने के बाद वह खुद भी इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री एवं अन्य लोगों से विचार विमर्श करेंगे, ताकि राज्य के पत्रकारों को स्वास्थ्य बीमा के साथ साथ अन्य लाभ दिये जा सकें।
डॉ ऊरांव से यूनियन की तरफ से अध्यक्ष रजत कुमार गुप्ता और महासचिव शिव कुमार अग्रवाल ने इन मांगों पर उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा है। स्थानीय प्रदेश कांग्रेस भवन में इस भेंट के दौरान वित्त मंत्री सह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को यह जानकारी दी गयी कि कोरोना संकट से पीड़ित अन्य राज्यों में पत्रकारों के लिए कौन कौन सी कल्याण योजनाएं संचालित की जा रही है। इस चर्चा के दौरान अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप तुलस्यान, आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता भी मौजूद थे।

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