Joharlive Team
रांची। राजधानी समेत अन्य जिलों में कोरोना लगातार अपना पैर पसार रहा है। प्रत्येक दिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इन सारी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए आज स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने रिम्स अस्पताल के नए बिल्डिंग में बैठक की। इस दौरान कई दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कई महत्पूर्ण निर्णय लिए है। रिम्स में कैसे बेड की संख्या हम लोग बढ़ाए इसके लिए भी चिंतन मनन किया जा रहा है। तत्काल में 72 बेड एक्जिस्टिंग हैं। उस से 72 बेड बढ़ाने का काम कर रहे हैं और जो सोमेटिक मरीज हैं उन लोगों को उस में रखने की व्यवस्था करने के काम किया जाएगा।
कोरोना के माइल्ड पेशेंट के लिए की गई है अलग व्यवस्था
कोरोना के माइल्ड पेशेंट है उनके लिए अलग व्यवस्था की जाएगी। माइल्ड पेशेंट्स के लिए तीन वार्डों में व्यवस्था की जाएगी और वार्डों में जो खामियां वर्तमान में हुई हैं, उसे भी बहुत गंभीरता के साथ पूरा किया जाएगा ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की दिकत का सामना ना करना पड़े और ज्यादा से ज्यादा सुविधा उपलब्ध करा सके।
सभी विभागाध्यक्ष को कहा गया है की यदि किसी भी विभाग में डॉक्टर यदि निष्क्रिय पाए जाते हैं या वह अपने कर्तव्य से पीछे हटेंगे तो उन पर कार्रवाई जरूर होगी।
- डॉक्टरों की लापरवाही पर बन्ना गुप्ता ने कहा
यदि लगातार दो तीन शिकायतें आएंगे कि वह डयूटी के समय नहीं है। कहीं और प्रैक्टिस कर रहे हैं। या कुछ अन्य का काम करें हैं। तो इसके लिए जिम्मेवार संबंधित विभाग के अध्यक्ष होंगे। यदि विभाग के अध्यक्ष ने इसके उपरांत भी उस पर एक्शन नहीं लिया और उस व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं किया तो मजबूरी में वह विभाग अध्यक्ष को हटाकर यदि जूनियर को भी विभाग अध्यक्ष बनाने से नहीं झुकेंगे और विभाग अध्यक्ष यदि गड़बड़ी कर रहे हैं और उसमें मैं यह नहीं कहता कि तो उसके लिए रिस्पांस अधीक्षक और डायरेक्टर भी है उनके तरीके से लागू करना चाहते हैं मंत्री मुख्यमंत्री व्यक्तिगत नहीं कर पाएंगे निवेदन कुछ ऐसी डॉक्टर है जो लगातार इस प्रवृत्ति के हैं तो फिर उसके साथ सख्ती से निपटने का भी काम सरकार करेगी यह हमने कहा है।