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पंडरा निवासी 23 वर्षीय पुलिसकर्मी के बेटे को 26 सितंबर रात को किसी व्यक्ति ने उसके सिर में दो गोली मारी. वह रात भर कटहल मोड रांची पर ही पड़ा रहा. अगले दिन सुबह उसे रिम्स अस्पताल में एडमिट कराया गया. उसके परिजन उसे प्राइवेट अस्पताल में ले गए. जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन से इनकार कर दिया. परिजन फिर से उसे लेकर रिम्स आए. जिसे फिर से न्यूरो सर्जरी विभाग में डॉ सीबी सहाय के यूनिट में एडमिट किया गया. तत्काल इलाज शुरू कर सर्जरी की व्यवस्था की गई. 7 घंटे ऑपरेशन कर रिम्स में डॉक्टरों ने उसकी जान बचा ली. फिलहाल मरीज को ऑब्जरवेशन में रखा गया है.

एक आंख हो गई डैमेज

पहली बुलेट सिर के पिछले हिस्से से घुसी और ब्रेन को डैमेज करते हुए सिर के सामने की हड्डी में जाकर टकराई. वहीं दूसरी बुलेट सर के पीछे से बायें कान और ब्रेन को डैमेज करते हुए उसकी बाये आंख में जाकर फंस गई. जिससे आंख पूरी तरीके से डैमेज हो गई. उनके ब्रेन के सूजन को कम करने के लिए अभी इन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है. ऑपरेशन टीम में डॉ सीबी सहाय, न्यूरोसर्जरी के डॉ सौरभ बेसरा, डॉ दीपक, डॉ विकास, डॉ रवि, डॉ मयंक, नेत्र विभाग के डॉ दीपक लकड़ा, डॉ शहनाज डॉ कुलदीप,डॉ धीरज, एनेस्थीसिया टीम के डॉ अर्चना, डॉ कार्तिक, डॉ प्रियदर्शनी, ओटी टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स सुनील आनंद,प्रभात, मंटू,सरोज, मधु, दीपा,विनीता मौजूद थे.
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