अमृतसर। कोरोना वायरस (कोविड 19) से संक्रमित गुरुद्वारा श्री हरिमन्दर साहब के पूर्व हज़ूरी रागी पदमश्री भाई निर्मल सिंह खालसा (62) का गुरुवार की सुबह निधन हो गया। इस मौत के साथ ही पंजाब में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गयी।
भाई निर्मल सिंह खालसा (62) 30 मार्च को गुरु नानक देव अस्पताल के जनरल वार्ड में भर्ती कराया गया था, क्योंकि उनके सीने के एक्स-रे में फेफड़ों के साथ-साथ सीने में गंभीर संक्रमण का संकेत पाया गया था। बुधवार को पुन: जांच करने पर वह कोरोना से संक्रमित पाए गए। बुधवार की शाम उनकी हालत बिगड़ने लगी और वेंटिलेटर में शिफ्ट कर दिया गया जहां आज सुबह साढ़े चार बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
भाई निर्मल सिंह की मौत के पश्चात उनके निवास क्षेत्र तेज नगर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। उनके परिवार के पांच सदस्यों, उनकी दो बेटियां, एक बेटा, पत्नी, उनका ड्राइवर, दो सहायक के अलावा चाचा और चाची और दो रागी साथियों को भी आइसोलेशन वार्ड में दाख़िल किया गया है।
हज़ूरी रागी कुछ महीने पहले इंग्लैंड से लौटे थे। इस के बाद वह चंडीगढ़ और दिल्ली भी गए थे। यहाँ उन्होने समागम किये जिन में हज़ारों लोग शामिल हुए थे। उनके कोरोना संक्रमित होने के बाद राज्य में ‘समुदाय प्रसार की संभावना’ से दहशत फैल गई है।
श्री सिंह विदेश से लौटने के पश्चात सांस, चक्कर और बुखार महसूस कर रहे थे। पिछले 29 मार्च को श्री गुरु रामदास रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और अस्पताल में उनके परीक्षण किए गए और आखिरकार उन्हें आगे के निदान के लिए गुरु नानक अस्पताल में भेजा गया।
‘कला’ के क्षेत्र में निर्मल सिंह को उनकी सेवाओं के लिए वर्ष 2009 में केंद्र सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार (भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार) प्रदान किया था। वह इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले पहले हजूरी रागी थे।