हजारीबाग। बनादाग साईडिंग को लेकर होने वाला झड़प अब खुनी संघर्ष में तब्दील होने लगा है। मंगलवार को दो गुटो में वाद-विवाद इस कदर बढ गया कि ये दोनों गुट आपस में भिड़ गये और जबरदस्त मारकुटाई की। इस लड़ाई में कई लोग घायल हो गये। घटना के संबंध में बताया जाता है कि सदर विधायक मनीष जायसवाल जब कटकमदाग स्थित कुसुम्भा गांव कार्यक्रम में पहुंचे तो कुछ लोग वहां उनका विरोध करने लगे। विरोध करने वालों को बनादाग के ग्रामीण बताया गया जिनका साईडिंग की वजह से फसलों को नुकसान हो रहा है। वे लोग फसलों के बबार्दी को लेकर मुआवजे की मांग कर रहे थे। जिसे वहां के विधायक प्रतिनिधि ने मना कर दिया जिसके बाद वाद विवाद इतना बढ गया कि वे लोग आपस में भिड़ गये और घटना घट गयी।

अभी कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि बानादाग साईडिंग पर भाजपा , कांग्रेस समेंत कई दलों के नेता लगातार भ्रमण कर रहे हैं। वहां के ग्रामीणों को लेकर तरह-तरह के संगठन बनाये जा रहे है। दशार्या ये जाता है कि यह संगठन वहां के ग्रामीणों के मुद्दो और परेशानियों को देखकर उनके समाधान हेतू काम करेगा। लेकिन सच्चाई यहीं है वहां लालची गुर्गो और गुडों की भिड़ जमा कि जा रही है। जिसके पास जितना भिड़ होगा वो वहां उतना ही शक्तिशाली होगा और मलाई लूटने में इन गुर्गो का इस्तेमाल करेगा। ये सारी कवायद वर्चस्व की है। आखिर क्या वजह है कि हर एक दो दिनों पर उस साईडिंग पर अलग-अलग नेतागण जाते हैं। मोर्चा बनता है फिर दूसरे दिन किसी और नेता के जाने पर झड़प होता है।

हजारीबाग धीरे-धीरे धनबाद बनता जा रहा है। जैसे वहां कुकरमुत्ते की तरह कई संगठन बने हुए हैं। यहां भी वहीं किया जा रहा है। जब से बड़कागांव में कोयला निकालने की शुरूआत हुई है। माफिया, नेता और अपराधियों का उदय हो रहा है। कई धनबाद के बड़े माफिया हजारीबाग का रूख कर रहे हैं। अचानक शहर में नए-नए चेहरे और बेश्किमती गाड़ियों को देखा जा रहा है। काले हीरे के सौदागर आने वाले समय में इस शहर का अमन चैन लूट लेंगे इसमें कोई शक नहीं है।

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