हजारीबाग: जिले के लोहसिंघना थाना अंतर्गत ओकनी मोहल्ला में एक ही परिवार के तीन लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि करंट लगने से मौत हुई है। दूसरी ओर स्थानीय और परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर की है। परिजनों का कहना है कि घटना के दौरान कमरे के बाहर से बिजली के तार से दरवाजा का कुंडी बंधा हुआ था। वही परिजनों का यह भी कहना है कि दरवाजे का निचला हिस्सा जला हुआ है। इसके साथ ही साथ पर्दा और अलमीरा के ऊपर कपड़ा रखा हुआ था वह भी जला हुआ था। ऐसे में लगता है कि किसी ने घर में आग लगा दी। आग लगाने के कारण शॉर्ट सर्किट हो गया और वे झुलस कर मर गए। इस कारण इस पूरे मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।
पुलिस ने शव जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है और मामले की तफ्तीश की जा रही है। मृतकों में मां, पिता और 6 साल का पुत्र शामिल है। मृतकों में 45 वर्षीय मुन्ना विश्वकर्मा, 40 वर्षीय सोनम देवी, 6 वर्षीय आयुष कुमार शामिल है।
मृतक के घर में बुधवार को गृह प्रवेश था। पूरा परिवार गृह प्रवेश की पूजा करके अपने पुराने घर में आया था। छोटे भाई अविनाश कुमार ने जानकारी दी कि रात के 11:00 बजे के आसपास हमलोग बातचीत भी किए और सब अपने अपने घर में सोने के लिए चले गए। रात के 1 बजे के आसपास धुआं निकलने और आसपास के लोगों के द्वारा हल्ला करने के बाद हमलोगों की नींद खुली। तब जाकर इस घटना की जानकारी मिली है।
मृतक के परिवार में उनके छोटे भाई अविनाश कुमार की शुक्रवार को शादी भी होनी है। पूरे घर में इसे लेकर तैयारी भी चल रही थी। अविनाश कुमार ने बताया कि हमारा पूरा परिवार बिखर गया है। हमलोग सभी भाई अपने-अपने घर में रहते हैं। सबका घर आसपास है। उसने ही जानकारी दी कि गृह प्रवेश का खाना खाने के बाद उनकी दो बेटियां दूसरे कमरे में सोने चली चली गई थी। इस कारण वे बच गई।
घटना के बाद परिवार समेत मोहल्ले में मातम का माहौल है। लोग इस घटना को लेकर तरह तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मुन्ना शर्मा काफी मिलनसार व्यक्ति थे, वो एलआईसी के एजेंट भी थे। किसी से भी कोई दुश्मी भी नहीं थी। परिवार काफी शांति से मोहल्ला में रहते थे। वार्ड पार्षद ने भी इस घटना को लेकर न्यायिक जांच की मांग की है।
अब पूरे मामले को लेकर लोहसिंघना पुलिस तफ्तीश कर रही है कि आखिर घटना के पीछे का कारण क्या है। जिस कमरे में घटना घटी थी उस कमरे को भी बाहर से बंद कर दिया गया। किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई है।