हजारीबागः एसडीपीओ कार्यालय के हाजत में पीएलएफआई हार्डकोर नक्सली नंद किशोर महतो ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. नंद किशोर बड़कागांव का रहने वाला है. जो 7 से अधिक मामले में वांछित था. उसे सोमवार को ही अरेस्ट किया गया था. पुलिस ने उसे सोमवार को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ के लिए हाजत में रखा था. जहां उसने अपनी बनियान को ही फाड़ कर रस्सी बनाकर आत्महत्या कर ली. हजारीबाग पुलिस ने इस पूरे मामले को लेकर न्यायिक जांच कराने की बात कही है. दूसरी ओर नंद किशोर महतो के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है. यह पहला मामला है जब कोई नक्सली पुलिस कस्टडी में ही आत्महत्या कर लिया हो.
नंद किशोर महतो का शव पुलिस ने जब्त कर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. जहां कड़ी सुरक्षा के बीच उसका पोस्टमार्टम किया गया. तीन सदस्यीय डॉक्टर्स की टीम एवं मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमार्टम किया है. हजारीबाग एसपी ने जानकारी दिया कि प्रथम दृष्टया से स्पष्ट होता है कि उसके साथ मारपीट नहीं की गई थी. अब अन्य रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. एसपी मनोज रतन चौथे ने बताया कि हजारीबाग की एसआईटी टीम ने रात में उसे गिरफ्तार किया. ओएनजीसी एनटीपीसी समेत कई कंपनियों से रंगदारी मांगने के मामले में उसकी तलाश थी.कोर्रा और लोहसिंघना थाना में लॉकअप नहीं होने के कारण उसे सिलवार के मुफस्सिल थाना भवन के लॉकअप में रखा गया था. एसपी ने यह भी बताया कि हाल के दिनों में वह जेल से जमानत पर रिहा हुआ था और वह हार्डकोर उग्रवादी माना जाता था.