Joharlive Team
- मूलभूत सुविधाओं सहित स्वास्थ्य विषयों पर गहन विचार विमर्श, दिये गये आवश्यक निर्देश
हजारीबाग : ग्रामीण स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता दिवस को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में सूचना भवन सभागार में आयोजित की गई। मौके पर स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी, एनीमिया चेकअप, कुपोषित बच्चे, शिक्षा की स्थिति, जलापूर्ति, विद्युतीकरण, स्वच्छता, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति, पंजरी का वितरण, टीकाकरण आदि विषयों की चर्चा की गई। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि महिलाओं के प्रसव पूर्व एवं प्रसव के समय चिकित्सीय जांच की अच्छी देखभाल व टीकाकरण, दवा वितरण सहित अन्य सुविधाएं उन्हें उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जाए साथ ही स्वाथ्यकेंद्रो में स्वास्थ्य जांच तथा बच्चों के ग्रोथ की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने पीएचडी विभाग को आंगनवाड़ी केंद्रो पर शौचालय का निर्माण, सामुदायिक तथा स्वास्थ्य केंद्रों, विद्यालयों में पानी की आपूर्ति सहित अन्य सुविधाएं सुनिश्चित करने का निर्देश दिया साथ ही पंचायती राज को ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को इन सुविधाओं का लाभ लेने हेतु नियमित बैठक करने का निर्देश दिया।
मौके पर उन्होंने कहा की कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गांव के अंतिम व्यक्ति तक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं व उपचार को उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा की एएनएम का मुख्य कार्य गर्भवती महिलाओं की नियमित हिमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर की जांच करना है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बीमारी से ग्रसित ग्रामीणों को गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाए। मौके पर जिले को कुपोषण से मुक्त करने हेतु प्रशासन की ओर से संचालित पोषण मिशन के अंतर्गत जन स्वास्थ्य एवं स्वच्छता दिवस का आयोजन ग्रामीण स्तर पर हर महीने बैठक करने का निर्देश दिया गया। साथ ही ग्रामीण स्तर पर महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति और सुदृढ़ हो यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
मौके पर डीआरडीए निदेशक उमा महतो, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा, जिला पंचायती राज, जिला समन्वयक, सभी ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर, प्रखंड समन्यवक, शुभंकर बनर्जी, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका आदि उपस्थित थे।