Joharlive Team
हजारीबाग। चौपारण प्रखंड मुख्यालय से लगभग 25 किमी दूर पंचायत रामपुर के ग्राम वृंदा जंगल में संचालित अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का खुलासा किया गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए उत्पाद विभाग के एसआई जितेंद्र प्रसाद ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग और चौपारण पुलिस ने संयुक्त रूप से छापामारी अभियान चलाकर कार्रवाई की। जहां से बड़ी मात्रा में पैकिंग की गई शराब, स्प्रिट और अन्य सामग्री बरामद की गई।
उन्होंने यह भी बताया कि स्थल पर से तेलंगाना के स्टीकर लगे हुए शराब की बोतल बरामद किये गए हैं। छापेमारी के दौरान सभी लोग भागने में सफल रहे। आशंका जताई जा रही है कि तेलंगाना का स्टीकर लगाकर इसकी आपूर्ति की जा रही थी। इसके अलावे कई जंगलों में बड़े पैमाने पर देसी और विदेशी ब्रांड के नकली शराब बनाए जा रहे थे।
झारखंड-बिहार सीमा से सटे होने के कारण अवैध शराब कारोबार में जुटे तस्कर हर दिन लाखों लीटर शराब बिहार भेजे रहे हैं। वहीं, जीटी रोड किनारे लाइन होटलों के माध्यम से भी दिन दहाड़े अवैध शराब बेचे जा रहे हैं. उत्पाद विभाग और पुलिस ने कई बार छापेमारी की। इसमें कई को जेल भी भेजा जा चुका है फिर भी इस धंधा पर प्रशासन ने अंकुश नहीं लगाया है। इस कारण अवैध शराब कारोबार से जुड़े नेटवर्क के तस्करों का मनोबल कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। छापामारी दल में उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक जितेंद्र सिंह, जितेंद्र प्रसाद, स्थानीय पुलिस बल शामिल थे।