हजारीबागः हजारीबाग के ईचाक प्रखंड के बभनी गांव में राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय हैं, जिसमें लगभग 180 बच्चे अपनी शिकक्षा ग्रहण करते हैं. लेकिन विद्यालय भवन की स्थिती अत्यंत खराब हो चुकी हैं. जिसके बाजूद बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर इस विद्यालय में पढ़ने आ रहे हैं.
विद्यालय इतना खराब है कि कभी भी गिर सकता है, इस संभद सम्भन्द में विद्यालय प्रबंधन और स्थानीय मुखिया ने कई बार जिला प्रशासन से बात की है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई कदम नहीं लिया गया हैं. आज तक न ही मरम्मत करायी गई और न ही नया भवन बनाने की पहल की गई हैं. स्कूल का भवन दो तल्ला हैं. दूसरे तल्ले में छात्र जाने से डरते हैं, क्योंकि छत से प्लास्टर टूट कर गिर रहा हैं. परंतु कभी-कभी छात्र वहां नाश्ता करने के लिए जाते हैं, लेकिन शिक्षक द्वारा लगातार रोका जाता हैं.
जानें कि छात्रों का क्या कहना हैं
इस विद्यालय में ज्यादा तर बच्चे आदिवासी परिवार से आते हैं. छात्रों का कहना है कि विद्यालय में पेयजल की भी व्यवस्था नहीं हैं. विद्यालय के बाहर जाकर पानी पीना पड़ता हैं. यहां तक की शौचालय की भी दशा बेहद खराब हैं.
जानें इसपर डाढ़ा पंचायत की मुखिया का बयान क्या हैं
डाढ़ा पंचायत की मुखिया सुनीता देवी कहती हैं कि विद्यालय के बारे में जिला प्रशासन को जानकारी दे दी गई है, लेकिन अब तक प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह का कोई निर्णय नहीं लिऑय गया हैं. ऐसे कड़ाके की ठंड में बच्चों को जमीन में बैठकर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही हैं. उन्होंने जल्द से जल्द प्रशासन से विद्यालय दुरुस्त करने की मांग की है.
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