गिरिडीह। देवघर के जसीडीह रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली साहेब मांझी उर्फ अजीत मुर्मू उर्फ फक्कड़ को गिरिडीह पुलिस रिमांड पर लेगी। गिरिडीह पुलिस इसकी तैयारी कर रही है। हार्डकोर नक्सली साहेब मांझी उर्फ अजीत मुर्मू उर्फ फक्कड़ की गिरफ्तारी की पुष्टि गिरिडीह एसपी अमित रेणु ने की। उन्होंने कहा कि साहेब को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय से आदेश का इंतजार है। गिरफ्तार नक्सली साहेब कई संगीन मामलों का खुलासा करेगा। फिललाल चकाई थाना की पुलिस उससे पूछताछ कर साक्ष्य जुटाने में लगी है।
जसीडीह रेलवे स्टेशन से हुई साहेब मांझी की गिरफ्तारी
बिहार पुलिस और सीआरपीएफ 215 बटालियन को सूचना मिली थी कि हार्डकोर नक्सली साहेब मांझी जसीडीह रेलवे स्टेशन के पास है। जिसके बाद चकाई पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में यह उपलब्धि मिली है। जिस वक्त यह कार्रवाई हुई चारों तरफ आम लोग खड़े थे। हालांकि, इस कार्रवाई के दौरान किसी तरह की कोई हताहत नहीं हुई है।
बिहार-झारखंड में दर्ज है दर्जनों मामले
बिहार-झारखंड के विभिन्न थानों में दर्जन से अधिक नक्सली घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ने जांच पड़ताल में पता चला कि चकाई थाना में एक, खैरा थाना में एक, सोनो के चरकापत्थर थाना में एक एवं झारखंड के गिरिडीह जिला अंतर्गत भेलवाघाटी थाना क्षेत्र में दो-दो मामले दर्ज हैं।
हत्या, आगजनी, लेवी समेत कई संगीन मामलों में रहा है संलिप्त
सीआरपीएफ सूत्रों ने बताया कि कुख्यात नक्सली साहेब ने अपने दस्ते के साथ साल 2019 में चकाई थाना के गुरूर बाद में हमला कर गोलका अंसारी एवं उस्मान अंसारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं वर्ष 2018 में उसने खैरा थाना के पाठकचक डैम से कुछ दूरी पर नक्सली घटना को अंजाम देने के लिए नक्सली सामग्री जुटाई थी, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया था.
चरका पत्थर थाना के चिलखाकर जंगल में नक्सली घटना को अंजाम देने पहुंचे थे. इस दौरान वहां से भारी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद की गयी थी.इसके साथ ही भेलवाघाटी थाना में भी उस पर दो मामले दर्ज हैं. नक्सली संगठन में एके-47 और इंसास लेकर चलने वाला साहेब काफी हार्डकोर माना जाता है.
वह पूर्व में नक्सलियों के बड़े नेता सिद्धू कोड़ा के साथ काम कर चुका है. फिलहाल वह बिहार-झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय मतलू तूरी के साथ काम कर रहा था. गिरफ्तार साहेब को बुधवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. इस अभियान में सीआरपीएफ 215 बटालियन के सहायक कमांडेंट अविनाश चंद्र राय, चकाई थाना अध्यक्ष राजीव तिवारी शामिल थे