पटना: दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में UP के कैराना से गिरफ्तार दो आरोपी साजिशकर्ताओं हाजी सलीम उर्फ टुइया कासिम और कफील को पटना लाया जा रहा है. इन दोनों को UP के कैराना से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था. शनिवार को ही इन दोनों को NIA की पटना स्थित कोर्ट में पेश किया जाएगा.
पेशी के दौरान इन दोनों साजिशकर्ताओं को रिमांड पर देने की मांग NIA की ओर से की जाएगी. कोर्ट की तरफ से NIA की अर्जी को ग्रांट भी किया जा सकता है. रिमांड मिलते ही NIA इन दोनों से सख्ती के साथ पूछताछ करेगी. उम्मीद की जा रही है कि इन दोनों से पूछताछ में NIA को ब्लास्ट से जुड़े कई अहम जानकारी मिल सकती है.
बता दें कि हाजी सलीम कैराना कस्बे के मोहल्ला बिस्तयान, जबकि कफील आलखुर्द मोहल्ले का रहने वाला है. NIA की टीम इन दोनों आरोपियों को लेकर लखनऊ से फ्लाइट से 10.30 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचेगी. इसके बाद ATS बिहार के स्वात दस्ते की कड़ी सुरक्षा घेरे के बीच कोर्ट में पेश करेगी. आपको बता दें कि सलीम ने ही नासीर मलिक को धमाके के लिए भर्ती किया था. 30 जून को NIA ने इमरान मलिक और नासीर को हैदराबाद से गिरफ्तार था. इसके बाद हैदराबाद से लेकर पटना आई और फिर NIA कोर्ट में दोनों को पेश किया गया था.
17 को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुआ था ब्लास्ट
गौरतलब है कि 17 जून को बिहार के दरभंगा स्टेशन में कपड़े के एक गट्ठर में विस्फोट हुआ था. इस घटना की जांच शुरू में यूपी बिहार और तेलंगाना की एटीएस कर रही थी. विस्फोट में केमिकल बम के इस्तेमाल का खुलासा हुआ था बाद में इसकी जांच को NIA को सौंप दी गई थी NIA के राडार में शुरू से ही नासिर और इमरान थे. बुधवार को इन दोनों भाइयों को जांच एजेंसी ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया था.
कुलियों ने पार्सल जैसे ही रखा विस्फोट हो गया
गौरतलब है कि 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर कपड़े के एक पार्सल के बंडल में विस्फोट हुआ था. यह पार्सल सिकंदराबाद . दरभंगा स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन से दरभंगा के किसी मो. सूफियान नामक व्यक्ति के लिए बुक किया गया था. कुलियों ने इसे प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर आई ट्रेन से उतारकर प्लेटफार्म नंबर 1 पर लाकर जैसे ही पटका उसमें विस्फोट हो गया. धमाका होते ही हंगामा मच गया पार्सल पर लिखा नाम पता और मोबाइल नंबर छानबीन में फर्जी निकला था.
गृह मंत्रालय ने NIA को सौंपी दरभंगा ब्लास्ट की जांच
बाद में इस घटना की जांच जीआरपी बिहार एटीएस, तेलंगाना एटीएस और यूपी एटीएस ने शुरू की थी. 24 की शाम इस मामले की जांच की जिम्मेवारी MHA ने NIA को सौंप दी थी. NIA ने लखनऊ में इसको लेकर FIR भी दर्ज किया था और उसके बाद जांच के लिए 25 जून को दरभंगा पहुंची थी. जांच करने के बाद हैदराबाद से इस ब्लास्ट में शामिल मो इमरान और नासीर की गिरफ्तार कर पटना NIA कोर्ट में पेश कर दिया था. जिसके बाद NIA कोर्ट ने इमरान और नासीर को 14 दिनों के लिये न्याययिक हिरासत में भेजने को लेकर अपना निर्णय सुनाया.
10 दिन की रिमांड मांगेगी NIA की टीम
कोर्ट के निर्णय आते ही NIA के वकील ने फौरन इन दोनों को दस दिनों के लिये रिमांड कस्टरडी की मांग NIA कोर्ट से कर दी. इसपर कोर्ट ने विचार करते हुए इन दोनों भाइयों को 7 दिनों के लिये NIA को रिमांड पर दे दिया और अब आज सलीम उर्फ टुइया कासिम और कफील को भी NIA की लखनऊ यूनिट के अधिकारी अपने साथ 10.30 बजे इंडिगो की फ्लाइट से लेकर पटना पहुंचेंगे और फीड ATS ऑफिस में कोविड 19 का एंटीजेन जाँच करवाने के बाद NIA कोर्ट में पेश करेंगे. इसके बाद कोर्ट का निर्णय आते ही 10 दिनों की रिमांड की मांग करेंगे.