रांची: कोरोना के नए वैरिएंट के मरीज देश में तेजी से बढ़ रहे है. दक्षिण भारत में मरीजों की संख्या अचानक से बढ़ने लगी है. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं बुधवार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस से मीटिंग की. जिसमें इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 जैसी श्वसन संबंधी बीमारियों में हालिया वृद्धि को देखते हुए चर्चा की गई. साथ ही उन्होंने झारखंड की स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं की तैयारी पर जानकारी ली. इस पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य में कोरोना के दो एक्टिव मरीज है, जो टीएमएच में इलाजरत है. हम कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

तैयारियों की दी जानकारी

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना के नये वैरिएंट JN.1(BA.2.86.1.1) की केरल में पुष्टि के उपरांत भारत सरकार ने निर्देश जारी किया है. सभी उपायुक्तों को केरल में बढ़ते हुए कोविड संक्रमण के मामले को लेकर निर्देश दिए गए है. वहीं इसकी प्रापर मॉनिटरिंग करने को भी कहा गया है. उन्होंने कहा कि जांच से लेकर इलाज के पर्याप्त इंतजाम हमारे पास है. जिसे दुरुस्त करने को कहा गया है. जिससे कि किसी भी स्थिति से निपटा जा सकेगा.

20 दिसंबर 2023 तक कोरोना की झारखंड में स्थिति

• राज्य में कोरोना सैम्पल टेस्टेड 2 करोड़ 33 लाख 75 हजार 337
• राज्य में कोरोना से मृत्यु की संख्या 1140
• राज्य का रिकवरी रेट – 98.80%
• राज्य का मृत्यु दर – 1.20%
पॉजिटिविटी दर 1.90% जबकि देश का 4.81%
• राज्य में अक्टूबर में कुल 6944 नमूनों की जांच की गयी, जिसमें से कोई भी मरीज कोविड संक्रमित नहीं पाया गया. नवम्बर में 4118 नमूनों की जाँच की गयी, जिसमें मात्र 12 पॉजिटव पाये गये तथा दिसम्बर माह में अभी तक 1675 नमूनों की जाँच की गयी जिसमें 10 व्यक्ति कोविड संक्रमित पाये गये, जिसका पॉजिविटी दर-0.59% है।
• राज्य में RT-PCR प्रयोगशाला की संख्या 27 है. जिसमें 12 जिलों में RT-PCR लैब अधिष्ठापित है. जिसमें 7 में जांच प्रारम्भ है. अन्य ICMR द्वारा Certification प्रक्रियाधिन है.
• कोबास (6800) लैब रिम्स रांची एवं फूलो झानो चिकित्सा महाविद्यालय दुमका में स्थापित की जा चुकी है.
• जिनोम सिक्वेंसींग मशीन रिम्स, राँची में सरकारी तथा निजी प्रयोगशाला से प्राप्त stored RT-PCR नमूनों का Genome Sequencing की सुविधा INSACOG Lab Network के अनुसार व्यवस्था बहाल की गयी है. जिससे राज्य में ही नये किस्म के म्यूटेंट वैरिएन्ट की पहचान ससमय किया जा सके.

ये है राज्य में बेड की उपलब्धता

  1. नॉन-ऑक्सीजन बेड : 5276
  2. ऑक्सीजन सपोर्टेट बेड : 11356
  3. आईसीयू बेड : 1447
  4. वेंटिलेटर बेड : 1456
  5. पेडियाट्रिक आईसीयू (PICU) (सरकारी) : 510
  6. पेडयाट्रिक HDU (सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में): 455
  7. पेडयाट्रिक मामले हेतु ऑक्सीजन बेड : 1180

• राज्य में कुल 122 पीएसए प्लांट अधिष्ठापित किया गया है
• राज्य में कुल आक्सीजन कॉन्सेनटेरेटर की संख्या 11650 है
• राज्य में आक्सीजन सिलेंडर की सख्या 29,198 है जबकि बी टाईप 17006 और डी टाईप 12192 है.
• राज्य में कुल 11 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन क्रियाशील है
• सभी स्वास्थ्य संस्थानों में Influenza जैसे बीमारी ILI (Influenza like Illness) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी SARI (Severe Acute Respiratory
Illness) के जिला आधारित मामलों की नियमित आधार पर निगरानी और निवेदन करने का निदेश दिया है.

• आगामी पर्व त्यौहारों, ठंड मौसम के मद्देनजर एहतियातन तौर पर Respiratory etiquettes तथा Hand hygiene तथा appropriate COVID-19 behaviour के जागरूकता संबंधित आवश्क प्रचार-प्रसार जनमानस में किये जाने का भी दिशा निदेश दिया गया है
• सभी सरकारी तथा निजी स्वास्थ्य संस्थानों में भविष्य में आनेवाले Public Health Emergency के ससमय नियंत्रण तथा बचाव हेतु Public Health Preparedness तथा Response के आवश्यक तैयारियां हेतु आवश्यक Logistics की समीक्षा करते हुए Dry run/Mock drill exercise करने का भी दिशा निदेश दिया गया.

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