गुमला: महुआ टोली गांव से गुरुवार देर रात झंगुर गुट के लगभग छह अपराधियों ने गांव के 60 वर्षीय मंगलेश्वर भगत का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी . अपराधियों ने बुजुर्ग का गला रेत दिया था. जानकारी के अनुसार गुरुवार रात करीब 12 बजे छह अपराधी लोंगा महुआ टोली गांव पहुंचे. यहां से गांव के 60 वर्षीय मंगलेश्वर भगत के घर पहुंचे और दरवाजा खुलवाया. मंगलेश्वर भगत घर से बाहर निकले तो आरोपियों ने अगवा कर लिया. इसके बाद अपराधी उसे रात में ही लोंगा पुल के समीप ले गए. जहां वृद्ध का टांगी से गला रेत दिया. निर्मम हत्या में बुजुर्ग का सिर धड़ से अलग कर दिया गया था.
घटना की जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार को बिशुनपुर थाना प्रभारी सदानंद सिंह, गुमला पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एहतेशाम वकारीब, अभियान एसपी गुमला, एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल, बिशुनपुर थाना प्रभारी सदानंद सिंह, घाघरा थाना प्रभारी, बिशुनपुर थाने के एसआई घनश्याम रवि अंकुर कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने यहां से शव को अपने कब्जे में ले लिया और पंचनामा करने के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया.
यहां से शव का पोस्टमार्टम कराकर शाम को परिजनों को सौंप दिया गया. मृतक की पत्नी मीना देवी ने छह अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. मृतक के परिजन ममता कुमारी और कार्तिक उरांव ने पुलिस को बताया कि झंगुर गिरोह के सुप्रीमो रामदेव के दास्ते ने घटना को अंजाम दिया है. वहीं दबी जुबान ग्रामीणों का कहना है मर्डर के पीछे भूमि विवाद हौ. इधर इस संबंध में बिशुनपुर थाना प्रभारी सदानंद सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह घटना आपसी रंजिश के कारण हुई प्रतीत होती है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी.