गुमला। बैंक, एटीएम व कैश वैन में फर्जी लाइसेंस पर आर्म्स गार्ड का काम कर रहे गिरोह का पुलिस ने खुलासा करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनलोगों के पास से पुलिस ने 12 बन्दूक व 63 पीस गोली जप्त किया है। उक्त जानकारी एसपी गुमला ऐहतेशाम वकारिव ने प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने कहा कि जिला में एक गिरोह सक्रिय है, जो फर्जी लाइसेंस में आर्म्स बांट रहा है। इसकी सूचना मिलने पर एक छापामारी टीम का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, रांची व धनबाद में खोजनबीन शुरू किया गया। जांच के क्रम में नकली लाइसेंस बनाने वाले धनबाद के रेशम बहादुर श्रेष्ठ उर्फ थापा एवं धनबाद से बंदूक व गोली लाकर उंचे दामों में बेचने वाले गुमला के शास्त्री नगर निवासी धीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया। इनके स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर 12 बंदूक व 63 जिंदा गोली बरामद किया गया। आर्म्स मजिस्ट्रेट के सत्यापन के बाद बंदूक व गोली जब्त कर लिया गया। एसपी ने बताया कि गुमला में एक स्कैम चल रहा है। सिक्यूरिटी एजेंसी के नाम पर युवाओं को बिना लाइसेंस के बंदूक दिया जा रहा है और युवा नौकरी कर रहे हैं। युवाओं को दिया गया बंदूक का लाइसेंस अलग-अलग जिलों का फर्जी तरीके से बनाया गया है। जिसको लेकर सभी जिलों के डीएम व एसपी को मेल किया गया है और मामले के सत्यापन की अपील की गई है। पुलिस ने डीबीबीएल के सात व एसबीबीएल के पांच बंदूक, 12 बोरा का 63 जिंदा गोली, 12 आर्म्स लाइसेंस, एक मोहर लाइसेंस डिस्ट्रिक आर्म्स मजिस्ट्रेट नवादा व दो मोबाईल बरामद किया है।